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पैतृक भूमि दांव पर, सपने भी टूटे

संवाद सहयोगी, पौड़ी: पुरखों की संजोई कृषि भूमि कटने के बाद भी कोठी क्षेत्र के ग्रामीणों को सड़क सुविधा

By Edited By: Published: Sun, 08 Feb 2015 05:10 PM (IST)Updated: Sun, 08 Feb 2015 05:10 PM (IST)
पैतृक भूमि दांव पर, सपने भी टूटे

संवाद सहयोगी, पौड़ी: पुरखों की संजोई कृषि भूमि कटने के बाद भी कोठी क्षेत्र के ग्रामीणों को सड़क सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों की चिंता है कि भूमि भी हाथ से जाएगी और सुविधा भी नहीं मिलेगी। ऐसे में परेशानी के साथ ही जगहंसाई भी झेलनी होगी।

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विकास खंड के अंतर्गत दो वर्ष पूर्व जामणाखाल-देवप्रयाग मोटर मार्ग की स्वीकृति मिली। इस मार्ग से कोठी समेत क्षेत्र के करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ा जाना था। ग्रामीणों को सड़क स्वीकृत होने की सूचना मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। ग्रामीणों की आंखों में घर तक मोटर गाड़ी आने के साथ ही विकास के सपने भी खूब तैरे। सड़क सुविधा के लालच में कास्तकारों ने अपने पुरखों की संजोई कृषि भूमि का भी मोह त्यागा और कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग को भूमि पर सड़क काटने की अनापत्ति भी खुशी-खुशी दे दी।

हाल ही में जब सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ तो ग्रामीण ठगे से रह गए। कोठी निवासी नरेश नौडियाल, भगवती प्रसाद ध्यानी, शांति प्रकाश ध्यानी, प्रमोद कुमार, अनूप भट्ट, गजपाल सिंह, अंशू देवी, महेशी देवी, रजनी देवी, निर्मला देवी, सिया देवी, पुष्पा और धूपा देवी आदि ने बताया कि योजना पर उनकी भूमि तो काटी जा रही है लेकिन उनके गांवों तक सड़क नहीं पहुंच रही है। गलत समरेखण के कारण सड़क बनने के बाद भी उन्हें सड़क तक पहुंचने के लिए तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। ऐसे में यह सुविधा ग्रामीणों के किस काम की है। कहा कि विभाग अपने सुविधा के अनुरूप ही सड़क बना रहा है। ग्रामीणों को इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा। इसका विरोध किया जाएगा।

सड़क पर एक नजर

नाम-जामलाखाल-देवप्रयाग मोटर मार्ग

लंबाई- 8 किमी

स्वीकृत-2013

मद-राज्य योजना

स्वीकृत लागत- 3.88 करोड़

सड़क सुविधा से वंचित गांव

-कोठी, क्वाराली, धारी, पोखरी, नाई, लीई, बेडुल, खेड़ा, पुंडल, खंडोला।

लोक निर्माण विभाग जहां सड़क काट रहा है, उससे यातायात सुविधा से वंचित गांवों को कोई लाभ नहीं मिलेगा। इससे ग्रामीणों में घोर निराशा है। गलत समरेखण का पुरजोर विरोध किया जाएगा।

प्रमोद खंडूरी, प्रधान, ग्राम पंचायत कोठी

सड़क के सर्वेक्षण के समय किसी भी गांव से कोई आपत्ति नहीं आई। वहां कुछ वन भूमि भी चिह्नित की गई है और उसी के अनुरूप सड़क निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों को सड़क का लाभ नहीं मिलेगा, यह पहले देखा जाना चाहिए था।

निर्भय सिंह, अधिशासी अभियंता, लोनिवि पौड़ी


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