देश के विकास की आधारशिला है शिक्षा
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संवाद सहयोगी, कोटद्वार: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में प्रो. पीके जोशी ने कहा कि किसी भी देश के विकास की आधारशिला शिक्षा होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को प्रभावी बनाने के के लिए गुणवत्तापरक शिक्षा आवश्यक है। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों का प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के तत्वावधान में 'नेशनल एंड रीजनल प्रेसपेक्टिव फॉर क्वालिटी टीचर एसोसिएशन: वेस एंड मीन्स' विषय पर आयोजित सेमिनार को केबिनेट मंत्री सुरेंद्र राकेश के निधन के चलते शोक स्वरुप सूक्ष्म कर दिया गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन शोधार्थियों ने अपने शोध पत्रों का वाचन किया, वहीं विषय विशेषज्ञों ने अपने राय रखी। कार्यक्रम में प्रो. प्रकाश शुक्ला ने कहा कि गुणवत्तारक शिक्षा में अध्यापक को विषय का शोध कर छात्रों को बेहतर ज्ञान मुहैया कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए शिक्षक व छात्रों के बीच बेहतर तालमेल होना आवश्यक है। इसके लिए छात्रों व अध्यापकों के संवाद कार्यशाला आयोजित की जानी चाहिए। अन्य वक्ताओं ने कहा कि कार्यशालाओं का आयोजन महज औपचारिकता नहीं होने चाहिए। दूरस्थ शिक्षा के महत्व पर भी जोर दिया गया। कार्यक्रम के अंत में सेमिनार के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
इस अवसर पर प्रो.सीएस भारद्वाज, प्राचार्य डॉ.एमएस रौतेला, डॉ.डीएन शर्मा, डॉ.सुरेंद्र राकेश, डॉ.उमेंद्र मलिक, डॉ.रमेश चौहान, डॉ.लवली रानी राजवंशी, सुभाष अग्रवाल आदि मौजूद रहे।