स्वच्छता अभियान पर आशंका
संवाद सहयोगी, कोटद्वार : हैस्को के संस्थापक पदमश्री डॉ. अनिल जोशी ने पीएम मोदी के गंगा स्वच्छता अभिय
संवाद सहयोगी, कोटद्वार : हैस्को के संस्थापक पदमश्री डॉ. अनिल जोशी ने पीएम मोदी के गंगा स्वच्छता अभियान पर आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि पीएम जल्द ही सच्चाई से वाकिफ हो जाएंगे। साथ ही उन्होंने जल व जंगल पर मंडराते खतरों से बचने के लिए हिमालय को देश की पारिस्थितिक राजधानी घोषित करने की वकालत की है।
नगर में आयोजित पत्रकार वार्ता में डॉ. जोशी ने कहा कि देश में नदियां हिम व वर्षा पर आधारित हैं, जिनमें पानी की मात्रा में 30-40 प्रतिशत कमी दर्ज हुई है। देश की 27 नदियां व 34 प्रतिशत कुएं सूख चुके हैं। वनों के खत्म होने की रफ्तार भी 2.3 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। यह सीधे तौर पर एक संकट की दस्तक है जिसे अब भी अनसुना किया गया तो भयंकर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। उन्होंने गंगा स्वच्छता अभियान की सफलता पर संदेह जताया हुए कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा सही है, लेकिन वे जल्द ही इस अभियान की सच्चाई से वाकिफ हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि हरित व श्वेत क्रांति दायिनी गंगा को पारिस्थितिक नजरिए से देखने की जरूरत है। गंगा स्वच्छता संबंधी उपचार के साथ ही प्रदूषण न हो, इस बाबत भी ठोस उपाय किए जाने चाहिए। उनका कहना है कि पर्यावरण पर मंडराते खतरों से बचने के लिए हिमालय को देश की पारिस्थितिक राजधानी घोषित करना चाहिए।
प्रेस वार्ता में मौजूद उनकी सहयोगी पल्लवी ने हैस्को की ओर से किए जा रहे पर्यावरण संरक्षण संबंधी प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संवर्द्धन के तहत जन्मदिन के मौके पर प्रत्येक बच्चे को पौधरोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके तहत नवोदय विद्यालय समिति ने उनकी पहल को अपनाने का निर्णय लिया है।