उमा भारती के तेवर तल्ख
जागरण टीम, गढ़वाल: गंगा स्वच्छता को लेकर केंद्रीय जल संसाधन नदी विकास तथा पुनरुद्धार मंत्री उमा भारत
जागरण टीम, गढ़वाल: गंगा स्वच्छता को लेकर केंद्रीय जल संसाधन नदी विकास तथा पुनरुद्धार मंत्री उमा भारती के तेवर तल्ख दिखे। उन्होंने साफ कहा कि गंगा और सहायक नदियों में जो भी गंदगी फैला रहे, उनके लिए अधिकारियों को जवाबदेह बनाते हुए कार्रवाई की जाएगी।
दो दिन से उत्ताराखंड में भ्रमण कर रही उमा भारती ने एक दिन पहले गंगोत्री धाम में गंगा स्वच्छता का संकल्प लिया और केदारनाथ के दर्शन किए। बुधवार सुबह केदारनाथ से सीधे बदरीनाथ धाम गई और दर्शन के बाद श्रीनगर पहुंचकर धारी देवी में भी पूजा अर्चना की।
बदरीनाथ में चमोली के जिलाधिकारी अवधेश कुमार सिंह ने उमा भारती की अगवानी की। इसके बाद उन्होंने बदरी विशाल के दर्शन किए। बदरीनाथ में धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने पूजा कराई। उन्होंने मीटिंग हॉल में अधिकारियों और स्थानीय लोगों से बातचीत की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गंगा स्वच्छता पर तीर्थ पुरोहितों और ग्रामीणों के सुझावों को भी कार्ययोजना में शामिल करें। इको सेंसटिव जोन में स्थानीय लोगों के हितों का ध्यान रखते हुए मानकों में संसोधन की बात कही। खुद को उत्ताराखंड का निवासी बताते हुए उमा ने कहा कि प्रदेश के विकास में किसी तरह की कमी नहीं होने दी जाएगी। इस मौके पर पर्यावरण मंत्रालय के महाप्रबंधक डा. विनोद बहादुर माथुर ने कहा कि उत्ताराखंड में जीवन रक्षक औषधियों की भरमार है। इनसे दवाइयों का निर्माण होने पर स्थानीय लोगों की आमदनी बढ़ेगी। उन्होंने अलकनंदा पर प्रस्तावित 32 और भागीरथी पर 38 बड़ी जलविद्युत परियोजनाओं का दोबारा सर्वेक्षण की बात कही। इस मौके पर मंदिर अधिकारी भूपेंद्र मैठाणी, भगवती प्रसाद नंबूदरी, दिगंबर पंवार, विनोद नवानी, नगर पंचायत अध्यक्ष धनेश्वर डांडी आदि मौजूद थे।
इधर श्रीनगर में कलियासौड़ में मां धारी देवी की पूजा अर्चना के बाद पत्रकारों से बातचीत में उमा भारती ने कहा कि इस शक्तिपीठ के बारे में अंतिम निर्णय मां खुद करेंगी, जो भविष्य के गर्भ में है। नदियों में गिर रहे गंदे नालों को लेकर उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रस्ताव बनाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वह मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री रहने के दौरान ऐसे अधिकारियों के खिलाफ निलंबन तक की कार्रवाई कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि नदियों के इकोलॉजिकल फ्लो तय करने के लिए विनोद ताय के संयोजन में कमेटी बनी है। इसकी रिपोर्ट जल्द ही आएगी और इसी के बाद नए पावर प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलेगी।
रुद्रप्रयाग संवाददाता के अनुसार केदारनाथ में दर्शन के दौरान निम के प्रिंसिपल कर्नल अजय कोठियाल ने केंद्रीय मंत्री उमा भारती को पुनर्निर्माण कार्यो की जानकारी दी। उमा ने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
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