गजब! पहली बरसात में बही सड़क
जागरण संवाददाता, कोटद्वार:
निर्माण संस्थाएं गुणवत्ता से किस कदर खिलवाड़ कर रही हैं, इसका अंदाजा नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर देवीखाल की सड़क से लगाया जा सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के धुमाकोट खंड ने इसी वर्ष देवीखाल के पास क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत की थी, लेकिन सड़क पहली बारिश में ही टूट गई। हैरत इस बात की है कि विभाग स्वयं की गलती मानने के बजाए ठीकरा प्राकृतिक आपदा के सिर फोड़ रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के धुमाकोट खंड की लापरवाही के कारण नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर फतेहपुर-गुमखाल के मध्य सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। पिछले दिनों आई बारिश से यह सड़क पूरी तरह बैठ गई है। हैरानी की बात यह है कि जिस स्थान पर सड़क धंसी है, उसकी धुमाकोट खंड ने मरम्मत की थी।
बताते चलें कि वर्ष 2012 में हुई अतिवृष्टि के दौरान गुमखाल-फतेहपुर के मध्य देवीखाल के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा बैठ गया था। पिछले लंबे समय से सड़क के अवशेष हिस्से से ही वाहनों की आवाजाही हो रही थी। इसी गर्मी में विभाग ने राजमार्ग के इस क्षतिग्रस्त हिस्से की सुध लेते हुए सड़क की मरम्मत कर दी।
विभाग ने निर्माण के दौरान गुणवत्ता का कितना ध्यान रखा, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सड़क एक बारिश भी नहीं झेल पाई। पिछले दिनों क्षेत्र में हुई बारिश के कारण सड़क बैठ गई है, जिससे इस स्थान पर दुर्घटना की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं। हैरानी की बात यह है कि विभाग ठेकेदार को क्लीन चिट देते हुए पूरा ठीकरा मौसम के सिर फोड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि बारिश के कारण सड़क का पुश्ता ढह गया, जिससे सड़क बैठ गई। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या ठेकेदार द्वारा बनाया गया पुश्ता इस कदर कमजोर था कि जो एक बारिश भी नहीं झेल पाया।
..........
'तेज बारिश के कारण सड़क पर पानी अधिक आने से पुश्ता बैठ गया। पुश्ते को नए सिरे से बनाया जा रहा है। ..अरूण कुमार, अधिशासी अभियंता, राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग, धुमाकोट खंड'
-----------