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भालू के हमले में ग्रामीण की मौत

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 01:16 AM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 01:16 AM (IST)

जागरण टीम, गढ़वाल: पर्वतीय क्षेत्रों में जंगली जानवरों ने आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार रात पौड़ी के चुठाणी गांव में भालू के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि शहर से ही सटे कांडई गांव में भी देर शाम सात बजे गुलदार के हमले में बालिका घायल हो गई। टिहरी जिले में घनसाली के निस्वाली भाटगांव में स्कूल से पीटीए मीटिंग से लौट रहे अभिभावकों में रास्ते में भालू को देख भगदड़ मच और तीन लोग घायल हो गए।

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पौड़ी में तहसील चाकीसैण के अंतर्गत आने वाले चुठाणी गांव निवासी आनंद सिंह पुत्र विश्राम सिंह अपने एक साथी के साथ शनिवार रात करीब आठ बजे घर को लौट रहे थे। इसी बीच रास्ते में अचानक भालू ने उन पर हमला कर दिया जिसमें आनंद सिंह बुरी तरह घायल हो गए। उनके साथी व आसपास के ग्रामीणों ने हल्ला मचाया तो भालू खेतों की ओर भाग गया। घायलावस्था में आनंद सिंह को पाबौ लाया जा रहा था। इसी बीच उसने दम तोड़ दिया। नायब तहसीलदार तोताराम भट्ट ने बताया कि हमले की सूचना पर पटवारी को मौके पर भेजा गया है। मृतक गांव में ही मिस्त्री काम करता था। काम से घर लौटते हुए यह हादसा हुआ है। इस संदर्भ में प्रभागीय वनाधिकारी राजमणि पांडे ने बताया कि भालू के हमले में एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना मिली है। रास्ते में अचानक भिड़ंत होने पर संभवत: ऐसी स्थितियां बनी हों।

पौड़ी में ही शनिवार रात शहर से सटे कांडई गांव में गुलदार के हमले में एक आठ वर्षीय बालिका बाल बाल बच गई। हमले में बच्ची के पीठ पर घाव हुआ है। जानकारी के मुताबिक कांडई गांव निवासी हर्षपति की आठ वर्षीय पुत्री नीलम देर सांय करीब सात बजे पड़ोस की दुकान में टॉफी लेने गई थी। वापसी में घर के गेट के बाहर ही गुलदार बच्ची पर झपटा। इसी बीच सामने से आती हुई एक मोटर साइकिल की रोशनी घटना स्थल पर चमकी और गुलदार बच्ची को छोड़ भाग खड़ा हुआ। नीलम की बुआ सुधा देवी ने बताया कि बच्ची के चिल्लाने की आवाज से वह बाहर आए। सभी ने शोर मचाया तो गुलदार नीचे झाड़ियों की ओर भाग गया। बच्ची को जिला अस्पताल लाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी।

घनसाली में बीते शनिवार सांय गांव निस्वाली भाटगांव के उमावि में अभिभावक शिक्षक संघ की बैठक समाप्त होने के बाद कुछ लोग अपने घर को जाने लगे तो रास्ते में उन्हें भालू मिल गया। भालू के डर से अभिभावक भागने लगे। शोर सुनकर अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए जिससे भालू तो भाग निकला लेकिन दौड़ते समय भरत सिंह, नरेश तिवाड़ी व राजेन्द्र असवाल गिर पड़े जिससे उन्हें चोटें आई। घुत्तू अस्पताल में उपचार के बाद वह घर चले गए। रेंज अधिकारी डीएस भंडारी ने बताया कि विभाग ने गांव में टीम को तैनात कर दिया है।


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