मेडिसिन सर्जरी में भी डॉक्टरों का टोटा
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल : श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से संबद्ध होने के कारण बेस अस्पताल गढ़वाल के अन्य अस्पतालों के लिए भी रोगियों के उपचार को लेकर हायर सेंटर है। लेकिन, इस हायर सेंटर की स्थिति सरकार के हीलाहवाली के चलते इतनी दयनीय बन चुकी है कि बेस अस्पताल के जनरल मेडिसिन और सर्जरी विभाग में भी डाक्टरों का भारी अभाव बन गया है।
विशेषज्ञ डॉक्टरों से इलाज की बात तो अब बहुत दूर की बात लगती है। प्रदेश सरकार की घोर उदासीनता के चलते गढ़वाल के रोगियों के उपचार के लिए बनाया गया हायर सेंटर बेस अस्पताल खुद अब एक रेफर सेंटर बन गया है। विशेषज्ञ डॉक्टरों से इलाज करवाने की आस में बेस अस्पताल आने वाले रोगी तुरंत ही अन्य हायर सेंटर के नाम पर रेफर कर दिए जाते हैं। जनरल मेडिसिन विभाग में शुरू से ही वर्ष 2008 से प्रोफेसर का पद रिक्त चला आ रहा है। चार एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टरों के पद भी पिछले एक साल से रिक्त हैं। एसआर के स्वीकृत चार पदों में से दो पर ही डॉक्टर कार्यरत हैं। लगभग यही स्थिति सर्जरी विभाग की भी बन गई है। एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टरों के चार और सीनियर रेजीडेंट के चार स्वीकृत पद हैं और सभी खाली चल रहे हैं। एसोसिएट प्रोफेसर के तीन पदों में से एक पद रिक्त चल रहा है। जनरल मेडिसिन और सर्जरी में दो-दो जो एसोसिएट प्रोफेसर कार्यरत हैं, उन्हें एमबीबीएस के पांचों बैच के छात्रों को पढ़ाना है। एमआइसीयू, इमरजेंसी और ओपीडी में भी रोगियों को देखना है। दोनों एसोसिएट सर्जनों को रोगियों के ऑपरेशन भी करने हैं। वार्ड में भर्ती रोगियों का भी उपचार करना है। बेस अस्पताल के जनरल मेडिसिन और सर्जरी में भी डॉक्टरों के लगभग 80 प्रतिशत पद रिक्त रहने से सामान्य रोगियों को भी अब इलाज के लिए बेस अस्पताल आने से पहले सौ बार सोचना पड़ रहा है।