स्कूल से मास्साब नदारद, कैसे होगी पढ़ाई
संवाद सहयोगी, पौड़ी: राजकीय इंटर कॉलेज मसाणगांव के विद्यार्थी व अभिभावक व्यवस्था से खासे परेशान हैं। कारण यह है कि स्कूल में तैनात एक प्रवक्ता को दूसरे विद्यालय में अटैच किया गया है तो एक शिक्षक के करीब ढाई साल से स्कूल में दर्शन नहीं हुए। ऐसे में पढ़ाई प्रभावित हो रही है, लेकिन विभाग मौन साधे हुए है।
विकासखंड कोट के राइंका मसाणगांव में आसपास के दर्जनों गांवों के करीब दो सौ छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। लोगों के प्रयास से यहां वर्ष 2012 में विज्ञान की स्वीकृति मिली। जीव विज्ञान के प्रवक्ता की तैनाती हुई, लेकिन विज्ञान में छात्र संख्या शून्य होने के कारण तब तैनात प्रवक्ता को राइंका खोलाचौरी में अटैच किया गया। पिछले वर्ष से यहां विज्ञान में ऐड्मीशन होने लगे हैं, लेकिन अटैच शिक्षक को अभी तक मूल विद्यालय में नहीं लाया गया। अभिभावक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल गुसाई व विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार ने बताया कि जीव विज्ञान के शिक्षक का अटैचमेंट समाप्त कर मूल विद्यालय लाने के लिए कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि स्कूल में तैनात संस्कृत प्रवक्ता मार्च 2012 से अनुपस्थित चल रहे हैं। ऐसे में बच्चे कैसे पढ़ पाएंगे। प्रधानाचार्य ने उनकी अनुपस्थिति की सूचना विभाग को दी, लेकिन न तो शिक्षक वापस आए ना ही विभाग ने उनके खिलाफ कार्रवाई की। मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला का इस संबंध में कहना है कि राइंका मसाणगांव में तैनात प्रवक्ता का अटैचमेंट समाप्त कर दिया है। अनुपस्थित चल रहे संस्कृत प्रवक्ता को नोटिस दिया जा रहा है। व्यवस्था सुधार के प्रयास किए जाएंगे।