पुलिस पहरे में भी नहीं बिके फार्म, हंगामा
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: सीट निर्धारण को लेकर बीते एक माह से जारी आंदोलन के बिखरने के बावजूद मंगलवार को पुलिस पहरे के बीच भी आवेदन पत्रों की बिक्री नहीं हो पाई। फार्म बिक्री के पक्ष व विरोध में मंगलवार को छात्र संगठनों ने महाविद्यालय में हंगामा काटा। एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने फार्म बिक्री के विरोध में प्रदर्शन किया। वहीं, अभाविप व जय हो संगठन के कार्यकर्ताओं ने फार्म बिक्री शुरू कराने की मांग को लेकर करीब चार घंटे तक प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों व प्राध्यापकों के बीच नोकझोंक भी हुई।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में मंगलवार का दिन हंगामेदार रहा। फार्म बिक्री के लिए महाविद्यालय में सुबह से पुलिस बल तैनात रहा, लेकिन एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते फार्म बिक्री नहीं हो पाई। दूसरे छात्र संगठनों के फार्म बिक्री की मांग उठाने पर एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने फार्म बिक्री कार्यालय के बाहर डेरा डाल दिया। वहीं, फार्म बिक्री न होने से गुस्साए अभाविप व जय हो संगठन के कार्यकर्ता प्राचार्य कक्ष पहुंचे। उन्होंने महाविद्यालय प्रशासन व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों ने करीब साढ़े चार घंटे तक प्राचार्य का घेराव किया, लेकिन फार्म बिक्री को लेकर महाविद्यालय प्रशासन ठोस आश्वासन नहीं दे पाया। इस दौरान छात्रों व प्राध्यापकों के बीच कई बार तीखी नोकझोंक हुई। कई बार हालत इतने बिगड़ गए कि छात्रों व प्राध्यापकों में धक्कामुकी तक हो गई।
प्राचार्य से मांगा इस्तीफा
करीब चार घंटे तक घेराव के दौरान छात्रों ने प्राचार्य को खरीखोटी सुनाई व उनके इस्तीफे की मांग की। दरअसल, फार्म बिक्री काउंटर न खुलवाने को स्पष्ट जवाब न मिलने पर छात्रों का सब्र टूट गया। छात्रों ने प्राचार्य पर स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी के इशारों पर कार्य करने का आरोप लगाया।
दूसरे के पाले में डालते रहे गेंद
फार्म बिक्री को लेकर महाविद्यालय प्रशासन व पुलिस एक-दूसरे के पाले में गेंद डालते रहे। फार्म बिक्री शुरू कराने को लेकर छात्रों से वार्ता हुई, लेकिन कोई ठोस आश्वासन छात्रों को नहीं मिला। वार्ता में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक पीके शाह ने कहा कि फार्म बिक्री में सहयोग के लिए महाविद्यालय में पुलिस तैनात की गई है, लेकिन महाविद्यालय प्रशासन ने फार्म काउंटर ही नहीं खुलवाए।
साध रहे चुनावी गणित
छात्र संगठनों की एका में पड़ी फूट की वजह मंगलवार को उजागर हो गई। मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान हुई सभाओं में छात्र संगठन आंदोलन के जरिए छात्र संघ चुनाव की गणित साधते दिखे। इस दौरान उन्होंने एक-दूसरे पर वोट बैंक की राजनीतिक करने का आरोप लगाया।
फार्म बिक्री पर संशय
छात्र संगठनों में पड़ी फूट व महाविद्यालय प्रशासन के लचर रवैये के चलते फार्म बिक्री को लेकर जारी गतिरोध जारी है। बुधवार को भी फार्म बिक्री को लेकर संशय बना है।
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