नहीं जागे तो होगी बहुत देर
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि कोटद्वार-भाबर के वाशिंदे अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के खातिर अपनी माटी छोड़ यहां बसे, लेकिन पिछले कुछ समय से स्मैक जैसे घातक नशे से यहां हालात बदतर होते जा रहे हैं। यदि अभी नहीं चेते तो और अधिक दुश्वारियां बढ़ना तय है।
स्मैक की गिरफ्त से नौनिहालों को बचाने के लिए प्रशासन की पहल पर आयोजित गोष्ठी में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि क्षेत्र में युवाओं में स्मैक के नशे की बढ़ती प्रवृत्ति अच्छे संकेत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नौनिहालों का भविष्य सुधारने को अब मंथन न किया गया तो हालात गंभीर हो जाएंगे। उन्होंने नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग में समाज में सहयोगात्मक प्रवृत्ति को विकसित करने की अपील की। नवनिर्वाचित ब्लाक प्रमुख सुरेश असवाल ने नशे के खिलाफ सामूहिक प्रयासों पर जोर दिया।
सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य भैरवदत्त जखमोला ने समाज को नशे से बचाने के लिए बच्चों को संस्कारवान बनाने व नैतिकता का पाठ पढ़ाने पर जोर दिया। इस अवसर पर क्षेपंस राजाराम अणथ्वाल, जगमोहन भारद्वाज, सुनीता बिष्ट, एसडीएम पीएस राणा, कोतवाल पीके शाह आदि मौजूद रहे।
पुलिस ने रखा खाका, चलाएगी अभियान
गोष्ठी में पुलिस ने भी स्मैक के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के चलते होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी जनता के समक्ष रखी। कोतवाली प्रभारी पीके शाह ने बताया कि तन्वीं संस्था के माध्यम से जनजागरूकता के तहत नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि अभियान के तहत क्षेत्र के सभी विद्यालयों को समन्वय समिति गठित करने को कहा जाएगा, जो स्मैक की जद में आए बच्चों की काउंसिलिंग करेगी। नशे के दुष्प्रभाव को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पर्चे वितरित किए जाएंगे। साथ ही ग्राम सुधार समितियों का गठन किया जाएगा, जिसमें ग्रामीणों को शामिल कर उन्हें परिचय पत्र निर्गत किया जाएगा।
यह आए सुझाव
- एसडीएम, सीएमएस व सीओ के नेतृत्व में रिव्यू कमेटी बने, जो प्रतिमाह पूरी स्थिति की समीक्षा कर समस्या निवारण को कार्यक्रम बनाए
-नशेड़ियों के लिए रीहैबिलेटेशन कार्यक्रम बनाया जाए
- स्मैक तस्करों को हतोत्साहित करने के लिए पकड़े जाने पर उनके खिलाफ अदालत में हो मजबूत पैरवी
-पेट्रोलिंग सिस्टम में सुधार किया जाए, कई वर्षो से कोतवाली में तैनात अनुपयुक्त लोगों को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए
- किराएदारों का सत्यापन सुनिश्चित किया जाए
- स्मैक के खिलाफ सूचना तंत्र को मजबूत बनाने के लिए पुलिस ग्राम सभा स्तर पर बैठक आहूत करे।