दूसरी मोटर भी जली, पेयजल संकट बरकरार
संवाद सूत्र, सतपुली: नयारघाटी के किनारे बसे सतपुली कस्बे में तीसरे दिन भी पेयजल आपूर्ति न होने से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जल संस्थान की ओर से टयूबवेल में जले मोटर को ठीक करने का प्रयास किया गया,लेकिन वह भी कुछ ही देर में दोबारा फुंक गई। ऐसे में लोग या तो नयारनदी के पानी से प्यास बुझा रहे हैं या फिर पचास-पचास रुपये देकर मजदूरों से पानी ढुलवा रहे हैं।
सतपुली कस्बे में जल संस्थान टयूबवेल के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की जाती है। पिछले तीन दिन से मशीन में आई तकनीकि खामी के चलते शहर में पेयजल आपूर्ति ठप है। बुधवार को जल संस्थान विभाग नं टयूबवेल में लगी मोटर को ठीक कराने का प्रयास किया गया, लेकिन वह मोटर भी कुछ ही समय बाद जवाब दे गई। ऐसे में परेशान बाजार वासियों को या तो नयार नदी से या फिर मजदूरों से पीने के लिए पानी ढुलवाना पड़ा। स्थानीय निवासी नरेंद्र कुमार शर्मा, राहुल नेगी, पुष्पेंद्र राणा, रणधीर सिंह का कहना है कि विभाग की लचर कार्यप्रणाली से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। विभाग के पास पानी के टैंकर न होने से स्थिति और भी खराब हो चली है। इधर संपर्क करने पर जल संस्थान के सहायक अभियंता एमएल बिजल्वाल ने बताया कि दूसरी मोटर जलने से पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाई। मशीन पर कार्य चल रहा है। जल्दी ही पेयजल आपूर्ति सुचारु की जाएगी।
26पीएयूपी2---सतपुली में पेयजल आपूर्ति ठप होने से लोगों ने मजदूरों से ढुलवाया पानी। जागरण