समस्याओं का समाधान है गांधी के दर्शन में
संवाद सहयोगी, लैंसडौन : उपनिदेशक उच्च शिक्षा उत्तराखंड डॉ. एनपी महेश्वरी ने कहा कि विश्व की सभी समस्याओं का समाधान महात्मा गांधी के विचारों को आत्मसात करने से हो सकता है। उन्होंने स्वरोजगार व रोजगार प्रशिक्षक की जरूरत पर बल दिया।
मंगलवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय लैंसडौन सैलगांव में 'आधुनिक विश्व व्यवस्था में गांधी जी प्रासंगिकता' विषय पर आयोजित सेमीनार के दूसरे दिन डॉ. महेश्वरी ने यह विचार व्यक्त करते हुए कहा कि 127 करोड़ की आबादी में वर्तमान में 32 प्रतिशत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है। जबकि 3.8 प्रतिशत की दर से निरंतर यह समस्या बढ़ रही है। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ. राजीव पालीवाल ने कहा कि नौजवानों की उर्जा का उपयोग बिना राजनीतिक हस्तक्षेप के किया जाना चाहिए। पूर्व सांसद एवं कुलपति रामजी सिंह ने कहा कि राजनीति ने गांधी की नीति को अनैतिक बना दिया है। गांधी जी पूंजीवाद के विरोधी व मानवता के पक्षधर थे। डॉ. एससी सूद ने गांधी जी के विचारों व मूल्यों को नौजवानों तक पहुंचाने का आह्वान किया। जयपुर की डॉ. अंजना जोशी ने महात्मा गांधी के जीवन काल के गृहदशा की गणना करके ज्योतिषशास्त्र में उनके व्यक्तित्व व चरित्र पर प्रकाश डाला। महाराष्ट्र में अहिंसा एवं शांति अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एनपी मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी के दर्शन से संपूर्ण विश्व प्रभावित है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरके गुप्ता ने गांधी जी के बताए मार्ग पर चलने पर ही आर्थिक विकास समेत अन्य समस्याओं के निस्तारण की बात कही। संचालन डॉ. वीके अग्रवाल ने किया। इस मौके पर टीना बिष्ट, रमाशंकर पांडे, हरिश आदि ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में केसी दुदपुड़ी, डॉ. भोलानाथ, डॉ. रामसूरत, डॉ. कटियार आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।