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गलती रेलवे की, भुगत रही जनता

By Edited By: Published: Fri, 13 Dec 2013 05:11 PM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2013 05:13 PM (IST)

जागरण प्रतिनिधि, कोटद्वार: कभी 'आदर्श' तो कभी 'मार्डन' स्टेशन में तब्दील होने की तमाम घोषणाओं के बावजूद कोटद्वार रेलवे स्टेशन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। वहीं, कोटद्वार व नजीबाबाद के मध्य 'सी' श्रेणी के पांच असुरक्षित फाटकों को रेलवे विभाग विगत तीन माह से रात के वक्त बंद कर रहा है। नजीजा, फाटकों से गुजरने वाला यातायात ठप होने से ग्रामीणों को पैदल राह पकड़नी पड़ रही है।

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कोटद्वार-नजीबाबाद रेलवे ट्रैक पर 'सी' श्रेणी के चार रेलवे फाटक ग्रामीणों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। दरअसल, रेलवे नियमों के तहत 'सी' श्रेणी के इन फाटकों को सामान्य स्थिति में बंद रखने का प्रावधान है। इसके चलते विभाग गत तीन माह से रात ग्यारह बजे से सुबह पौने छह बजे तक इन फाटकों को बंद कर रहा है। सर्वाधिक परेशानी कौड़िया से जनपद बिजनौर के विभिन्न ग्रामों की ओर जाने वाले 16-सी गेट पर हो रही है। बीमारी आदि आकस्मिक परिस्थितियों में मरीज को समय पर अस्पताल पहुंचाने में ग्रामीणों को दिक्कतें पेश आ रही है, लेकिन रेल विभाग तमाम प्रस्तावों के बावजूद न तो कलर लाइट सिग्नल लगा रहा है और न इन गेटों को अपग्रेड करने की सुध ले रहा।

धूल फांक रहे प्रस्ताव

फाटकों को सुरक्षित करने के लिए रेलवे की ओर से हर वर्ष सर्वे किया जाता है। रेलवे स्टेशन की ओर से इन फाटकों को सुरक्षित करने के लिए हर वर्ष ट्रैक को कलर लाइट सिग्नल प्रणाली से जोड़ने का प्रस्ताव भेजा जाता है। आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। फाटकों पर कलर लाइट सिग्नल लगने से यातायात बंद होने की समस्या से काफी हद तक निजात मिल जाएगी।

तो 'बी' ग्रेड में तब्दील होंगे फाटक

रेल विभाग की योजना रंग लाई तो फाटकों पर यातायात रुकने की समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा। रेल स्टेशन की ओर से इन फाटकों को 'बी' श्रेणी में तब्दील करने का प्रस्ताव भेजा गया है। 'बी' श्रेणी में तब्दील होने पर फाटकों को सामान्य अवस्था में खुला रखने का प्रावधान है।

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'रात्रि में गेट बंद हो जाने के कारण गांव को कोटद्वार से जोड़ने वाला सड़क पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो जाती है। इससे ग्रामीणों की परेशानी के मद्देनजर डीआरएम को पत्र भेज रात्रि में गेट खुला रखने की मांग की गई है।

नीलकंठ ध्यानी, ग्राम प्रधान, सुलेमान-शिकोहपुर, बिजनौर

'फाटकों को सुरक्षित करने के लिए कलर लाइटिंग सिग्नल प्रणाली से जोड़ने के साथ 'सी' श्रेणी के फाटकों को अपग्रेड कर 'बी' श्रेणी में तब्दील करने का प्रस्ताव भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।

आरके मीणा, स्टेशन अधीक्षक, कोटद्वार रेलवे स्टेशन

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