आखिरकार अफवाह साबित हुई पृथ्वी पर अंधेरा होने की खबर, क्या थी चर्चा, पढ़ें खबर...
पृथ्वी के 15 दिनों के लिए अंधकार में डूबने की खबर आखिरकार निराधार निकली। इस बीच अंधेरा तो दूर तिनका भर साया भी धरती को छू न सका। सोशल मीडिया के जरिये 15 से 29 नवंबर के बीच पृथ्वी के अंधकार में डूब जाने का संदेश वायरल हुआ था, जो
नैनीताल(रमेश चंद्रा)। पृथ्वी के 15 दिनों के लिए अंधकार में डूबने की खबर आखिरकार निराधार निकली। इस बीच अंधेरा तो दूर तिनका भर साया भी धरती को छू न सका। सोशल मीडिया के जरिये 15 से 29 नवंबर के बीच पृथ्वी के अंधकार में डूब जाने का संदेश वायरल हुआ था, जो पूरी दुनिया में खासा चर्चा में रहा।
लगभग छह माह पहले सोशल मीडिया पर नवंबर माह में पृथ्वी के 15 दिनों तक अंधकार में डूब जाने की खबर फैली थी, जो बेहद चर्चा में रही। धरती के अंधकार में डूबने के कई कारण बताए गए थे। जिसमें कहा गया था कि एक लाख साल में अंधकार की घटना घटती है। साथ ही बृहस्पति व मंगल को भी एक कारण बताया गया था।
इसे लेकर नासा का हवाला भी दिया गया था, जिसे नासा ने झूठा करार दे दिया था। इसके बावजूद यह अफवाह सुर्खियों में रही और पूरी दुनिया में फैल गई। अब 15 से लेकर 28 नवंबर तक का समय बीत चुका है और ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज के खगोल वैज्ञानिक डॉ. शशिभूषण पांडे के अनुसार पृथ्वी को लेकर तमाम तरह की अफवाहें पहले भी कई बार उड़ती रही हैं। 21 दिसंबर 2013 को पृथ्वी के तबाह होने की खबर भी सुर्खियों में रही। इसी तरह की और भी कई अफवाहें हैं। अब धरती के अंधकार में डूबने की अफवाह भी काफी सुर्खियों में रही।
इस खबर का भी कोई वैज्ञानिक आधार नहीं था। इसका वैज्ञानिक शुरू से ही खंडन करते आ रहे थे। उनका कहना है कि खगोल विज्ञान इतनी प्रगति कर चुका है कि अगर इस तरह की कोई घटना होने वाली होगी तो वैज्ञानिक कई साल पहले ही उसका पता लगाने में सक्षम हैं। लिहाजा इस तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
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