दिनभर जंगल की खाक छानते रहे वनकर्मी
संवाद सहयोगी, रामनगर : बावरिया गिरोह की घुसपैठ की आशंका के बाद बुधवार को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में मि
संवाद सहयोगी, रामनगर : बावरिया गिरोह की घुसपैठ की आशंका के बाद बुधवार को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में मिशन ऑपरेशन टाइगर को अंजाम दिया गया। दिन भर संदिग्धों की तलाश में जंगल मे छानबीन की गई। नदी नाले स्कैन किए गए तो सीटीआर की सीमाओं में भी विशेष चौकसी बरती गई।
सीटीआर की 11 रेंजों के सशस्त्र कर्मचारियों द्वारा यूपी से सटी सीमाओं की निगरानी की गई। ऑपरेशन टाइगर में लगे कर्मचारियों का सबसे ज्यादा फोकस नदी व नालों एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में रहा। नदी नालों के जरिये ही शिकारी बाघों की गतिविधि पर नजर रखते हैं। क्योंकि बावरिया उन्हीं पगडंडियो पर कड़के लगाते हैं, जहां से बाघ नदी नालों के लिए पानी पीने जाते हैं। इसके अलावा वनकर्मियों द्वारा संभावित क्षेत्रों में मेटल डिटेक्टर से संदिग्ध वस्तुओं को तलाशा गया। इतना ही नहीं ड्रोन उड़ाकर भी जंगल को स्कैन कर संदिग्धों को तलाशने का प्रयास किया गया। इसके अलावा कॉर्बेट प्रशासन सीटीआर में पूर्व में सक्रिय रहे शिकारी, तस्कर एवं उनके जेल से छूटने की सारी जानकारी खंगालने में लगा हुआ है। सूत्रों की माने तो खुफिया एजेंसी भी अपने स्तर से संभावित शिकारियों की लोकेशन ट्रेस करने में जुटी है।