अवैध खनन का 'खेल' फिर बेपरदा
हल्द्वानी : गौला नदी भले 'गुस्से' में हो, मगर बेखौफ माफिया अवैध खनन का 'खेल' बदस्तूर जारी रखे हैं। खच्चरों से नदी में घुसकर अवैध खनन कर रहे लोगों को जान की भी फिक्र नहीं है। गौला नदी में बाढ़ आने पर भी खनन माफिया के पैर नहीं डगमगा रहे। गुरुवार तड़के एसडीएम के छापे में नदी में फिर 'काले खेल' से पर्दा उठा। मौके पर खच्चरों से डंपर में उपखनिज भरते मामला पकड़ा गया। डंपर सीज कर चालक को पुलिस के हवाले कर दिया गया।
गौला नदी में काठगोदाम पुल के पास ऐसे ही अवैध खनन का खेल बेखौफ चलता रहा तो काठगोदाम पुल की नींव एक दिन जरूर डगमगा जाएगी। पुल के एक किलोमीटर आसपास खनन करना व कराना प्रतिबंधित है, लेकिन माफिया बेखौफ अवैध खनन करा रहे हैं। मानसून में गौला नदी का जलस्तर इतना बढ़ा है कि उसके किनारे जाने में डर लगता है, लेकिन लोग नदी में घुसकर खनन कर रहे हैं और खच्चरों पर उपखनिज लादकर डंपरों में भर रहे हैं।
कुछ दिन पूर्व एसडीएम हरवीर सिंह ने काठगोदाम पुल के पास सिंचाई विभाग के एक बेलदार को परिवार के साथ अवैध खनन कराते पकड़ा था। गुरुवार तड़के फिर एसडीएम को सूचना मिली कि पुल के पास खच्चरों से अवैध खनन कर उपखनिज डंपर में लोड किया जा रहा है। एसडीएम ने छापा मारा तो खच्चरों से लाया गया उपखनिज डंपर (यूए-01-5009) में लोड किया जा रहा था। एसडीएम की गाड़ी देखकर खनन माफिया भाग गए। एसडीएम ने बताया कि उपखनिज भरा डंपर सीज कर दिया गया और चालक को काठगोदाम पुलिस के हवाले कर दिया गया।
कहां हैं गौला के रखवाले
गौला नदी के जिस क्षेत्र में अवैध खनन हो रहा है, वह प्रतिबंधित क्षेत्र है। यह क्षेत्र हल्द्वानी प्रभाग के अंतर्गत आता है। ऐसे में गौला नदी में खनन की सुरक्षा का जिम्मा भी हल्द्वानी वन प्रभाग को ही देखना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।