उत्पादन 14 एमयू से नीचे, कटौती से हाहाकार
हल्द्वानी : ऊर्जा संकट से जूझ रहे राज्य में मंगलवार को हालात और बेकाबू हो गए। राज्य की जल विद्युत पर
हल्द्वानी : ऊर्जा संकट से जूझ रहे राज्य में मंगलवार को हालात और बेकाबू हो गए। राज्य की जल विद्युत परियोजनाओं का उत्पादन 14 एमयू से नीचे गिर गया। जबकि सेंट्रल पूल ने भी निर्धारित कोटे में साढ़े चार एमयू की कटौती कर दी। इसके चलते 34.31 एमयू की डिमांड के सापेक्ष सभी स्रोतों से केवल 31 एमयू बिजली का भी जुगाड़ हो सका। तीन एमयू से अधिक के अंतर को पाटने के लिए कंट्रोल रूम ने दो से छह घंटे तक शहरों को बिजली मुक्त रखा।
वर्तमान में जल विद्युत निगम के कालागढ़ व खटीमा प्रोजेक्ट बंद चल रहे हैं। वहीं नदियों का जलस्तर घटने से भी छह प्रोजेक्टों से करीब 300 मेगावाट बिजली कम मिली। दूसरी ओर राज्य को सेंट्रल पूल से 16 एमयू के बजाए 11.63 एमयू बिजली ही दी गई। उत्पादन व मांग में भारी अंतर होने के कारण यूपीसीएल ने उधम सिंह नगर के ग्रामीण क्षेत्रों में 4:30 घटे, कुमाऊं मंडल के छोटे शहरों में 3:00 घटे, काशीपुर, रुद्रपुर एवं हल्द्वानी में तीन घंटे, नान कंटिनुअस इंडस्ट्री कुमाऊं (सिडकुल को मिलाकर) में पांच घटे और पर्वतीय क्षेत्रों में ढाई घंटे से अधिक की कटौती कराई। यही नहीं रात तक भी अघोषित कटौती का क्रम थमा नहीं।