मंडी समिति के दफ्तर में हंगामा
हल्द्वानी : राजनीति की धुरी पर घूम रही मंडी समिति बुधवार को अखाड़ा बन गई। यहां कुछ ऐसा हुआ कि मामला पुलिस तक पहुंच गया। आढ़ती पर दफ्तर में बेटे के साथ घुसकर हमला करने का आरोप लगा लेकिन जख्मी कोई नहीं हुआ। कोतवाली में तहरीर के बाद मंडी में समझौते के लिए पुलिस की पंचायत लगी लेकिन बात नहीं बनी। मंडी निरीक्षक के साथ ही इस मामले में आढ़ती की ओर से भी क्रास तहरीर दे दी गई है। पूरा मामला आढ़ती के लाइसेंस के रिन्यूवल से जुड़ा है।
मंडी समिति कर्मचारियों के मुताबिक बुधवार को थोक आढ़ती नवीन चंद जोशी अपने बेटे के साथ दफ्तर में आ धमके। उनके हाथ में धारदार हथियार था। आते ही नवीन ने कैशियर दिनेश जोशी के तमाचा जड़ दिया। बीच-बचाव को दौड़े मंडी निरीक्षक भुवन गोस्वामी व अन्य कर्मचारियों पर जोशी ने धारदार हथियार से हमला किया, लेकिन एक वार दफ्तर के दरवाजे पर जा लगा। खुद को फंसता देख बाप-बेटे जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए। जिसके बाद कोतवाली पहुंचे कर्मचारी संजय शर्मा, टीपी गुरुरानी, पंकज वर्मा, अभयराज सिंह महरा, दिनेश चंद्र जोशी, प्रदीप कुमार पांडे, कैलाश चंद्र तिवारी, योगेश तिवारी, नरेंद्र प्रकास पंत, राजेश आर्य, पीताबंर दत्त, शैलेंद्र मिश्रा, त्रिलोचन पांडे, तनुजा पंत, अनिता नयाल, विद्या देवी, हेमलता, पुष्पा, नारायण चंद्र, कुंवर सिंह, दीवान सिंह जीना ने आरोपी नवीन व उसके बेटे के खिलाफ तहरीर दी। कुछ ही देर बाद पुलिस मंडी पहुंच गई। दोनों पक्षों के बीच समझौते की कोशिश विफल रही। बेनतीजा रही बातचीत के बाद आढ़ती नवीन चंद पंत साथी व्यापारियों के साथ कोतवाली पहुंचे और कर्मचारियों के खिलाफ अभद्रता व मारपीट करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। कर्मचारियों का आरोप है कि आढ़ती का लाइसेंस रद्द हो चुका था, लेकिन न तो नवीन ने रिन्यूवल फीस जमा की और न लेट फीस। दरअसल, वह लेट फीस जमा नहीं करना चाहते थे और यही पूरे विवाद ही जड़ बना। खैर, पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों से तहरीर ले ली गई है। जांच के बाद मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।