ओएनजीसी के रिटायर्ड सीए के घर दिनदहाड़े चोरी
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : पुलिस के चौकसी दावों को धता बताते हुए चोरों ने दिनदहाड़े शहर के बीचोंबीच
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : पुलिस के चौकसी दावों को धता बताते हुए चोरों ने दिनदहाड़े शहर के बीचोंबीच महेश नगर कालोनी में ओएनजीसी के रिटायर्ड सीए के बंद मकान के ताले तोड़ डाले। पूरी तसल्ली से हर कोना खंगाला और नकदी, जेवरात समेत लाखों के माल पर हाथ साफ कर गए। मकान पिछले 10 दिनों से बंद था। घटना के बाद भी पुलिस बेखबर रही। पड़ोसी ने सूचना दी, तब इसका पता चला। अभी तक हाथ मलने के सिवा पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा है।
ओएनजीसी के रिटायर्ड चार्टेड एकाउंटेंट सुभाष अग्रवाल नवाबी रोड महेश नगर कालोनी में रहते हैं। 10 दिन पहले वह बेटी से मिलने सपरिवार कोलकाता गए थे। जाने से पहले पड़ोसी शुभम कांडपाल को गमलों में पानी देने की जिम्मेदारी सौंप गए थे। सुबह रोज की तरह शाम के वक्त पौधों को पानी दिया करता था।
रविवार शाम सात बजे शुभम रोज की तरह मकान के मेन गेट से अंदर दाखिल हुआ तो एक दरवाजा खुला नजर आया। मकानमालिक को कोलकाता और घर खुला देखकर शुभम के पैरों तले जमीन खिसक गई। घर के पांचों कमरों के ताले टूटे थे। सूचना पर पहुंचे कोतवाल आरएस मेहता ने घटनास्थल का जायजा लिया। मकान के हर कमरे को बारीकी से खंगाला गया था। अलमारियां और रैक के ताले भी टूटे मिले। पूरा घर अस्तव्यस्त था। पुलिस ने मकान मालिक से संपर्क साधा और घर में रखे कीमती सामान के बारे में जानकारी हासिल की। लाखों के सोने-चांदी के जेवरात, नकदी और कीमती सामान चोरी की आशंका जताई जा रही है। हालांकि मकानमालिक के लौटने के बाद ही चोरी की असल तस्वीर सामने आएगी। पुलिस ने मकान में अपने ताले लगा दिए हैं। उधर, वारदात की खबर लगते ही रिटायर्ड सीए के परिजन कोलकाता से हल्द्वानी के लिए रवाना हो गए हैं।
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आज होगी फोरेंसिक जांच
हल्द्वानी : चोरी की इस घटना की फोरेंसिक जांच सोमवार से शुरू होगी। अंधेरा होने के चलते फोरेंसिक टीम को नहीं बुलाया गया। कोतवाल आरएस मेहता ने बताया कि घटनास्थल सील कर दिया है। फोरेंसिक टीम कल सुराग तलाशेगी।
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दोपहर की शांति का उठाया फायदा
हल्द्वानी : पड़ोसी युवक शुभम को सबसे पहले चोरी का पता चला। शुभम एमबीपीजी कालेज का छात्र है। शनिवार की शाम को भी उसने रोज की तरह सुभाष अग्रवाल के अहाते के गमलों में पानी डाला था। तब सब सही सलामत था। सुबह भी सब कुछ ठीकठाक था। पुख्ता आशंका है कि इस वारदात को दिनदहाड़े अंजाम दिया गया। गर्मी की दोपहर पड़ोसी घर पर आराम कर रहे थे। पंखों और कूलर की आवाज से भी ताले तोड़ने का पता नहीं चला होगा।