शासन ने हटाए चार जिला दुग्ध संघ अध्यक्ष
जागरण संवाददाता, नैनीताल : सहकारी संस्थाओं में भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं के मनोनयन का रास्ता साफ हो
जागरण संवाददाता, नैनीताल : सहकारी संस्थाओं में भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं के मनोनयन का रास्ता साफ हो गया है। शासन ने कांग्रेस राज में मनोनीत तीन जिलों के दुग्ध संघ अध्यक्षों को हटा दिया है जबकि एक दुग्ध संघ अध्यक्ष को रजिस्ट्रार दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां के रजिस्ट्रार ने हटा दिया। इसके अलावा दुग्ध संघों में पिछली सरकार की ओर से नामित सदस्यों को भी हटा दिया गया है। हर दुग्ध संघ में इनकी संख्या एक दर्जन या इससे अधिक थी। अब बदली परिस्थितियों के बाद भाजपाइयों के दुग्ध संघ अध्यक्ष पद पर मनोनयन का रास्ता साफ हो गया है।
शासन की ओर से शनिवार को पिथौरागढ़ के दुग्ध संघ अध्यक्ष विनोद कार्की, अल्मोड़ा के दिनेश चंद्र सिंह डांगी, ऊधमसिंह नगर के राजेंद्र प्रसाद शर्मा को हटा दिया गया जबकि रजिस्ट्रार दुग्ध उत्पादक समिति ललित मोहन रयाल ने उत्तरकाशी के अध्यक्ष विजय सेमवाल को पदच्यूत कर दिया है। उत्तरकाशी के दुग्ध संघ अध्यक्ष का चार्ज सीडीओ को सौंपा गया है। इधर, सूत्रों के अनुसार नई सरकार दुग्ध संघ अध्यक्षों का कार्यकाल तीन से बढ़ाकर पांच साल करने के पिछली सरकार के फैसले की समीक्षा भी करेगी। कांग्रेस राज में एक शासनादेश जारी कर सदस्य अध्यक्षों का कार्यकाल तीन से बढ़ाकर पांच कर दिया गया था। यदि कार्यकाल तीन कर दिया गया तो कई जिलों के निर्वाचित अध्यक्ष खुद ही दायरे में आकर हट जाएंगे। कुमाऊं में चम्पावत जिले में ही अब कांग्रेस पृष्ठभूमि के दुग्ध संघ अध्यक्ष रह गए हैं।