उप्र से मिलेगी सिंचाई की 25 प्रतिशत परिसंपत्ति
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : राज्य गठन के 14 वर्ष बाद भी प्रदेश की सिंचाई विभाग की परिसंपत्ति पर
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : राज्य गठन के 14 वर्ष बाद भी प्रदेश की सिंचाई विभाग की परिसंपत्ति पर कुंडली मारे बैठे उत्तर प्रदेश से 25 प्रतिशत संपत्ति शीघ्र मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। पूर्व में हुई सहमति पर क्रियान्वयन के लिए दोनों ओर से नोडल अधिकारी नामित कर दिए हैं। शीघ्र ही नोडल स्तर पर बैठक कर फाइनल टच दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश से परिसंपत्तियों के बंटवारे के लिए कुछ समय पहले दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्री स्तर पर वार्ता के बाद सिंचाई विभाग की परिसंपत्तियों पर दो जनवरी को अधिकारियों की बैठक हुई थी। जिसमें 25 प्रतिशत भवन व भूमि को चिन्हित कर देने व 41 पर उत्तराखंड को 37 नहरों की देखरेख का जिम्मा देने पर सहमति बनी थी। इनमें उप्र ने ऊधमसिंहनगर में मेन पहा नहर, शहोदरा नहर, अपर बैगुल फीडर, सिसैया नहर की देखरेख व मरम्मत को अपने पास रखा है। अब दोनों ओर से देर से ही सही क्रियान्वयन की पहल शुरू हो गई है।
ताजा पहल पर सिंचाई विभाग कुमाऊं कार्यालय के अनुसार उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की ओर से क्रियान्वयन के नोडल अधिकारियों की नियुक्ति व प्रक्रिया के लिए पत्र मिल गया है। उत्तराखंड सिंचाई विभाग की ओर से रामपुर, मुरादाबाद, बिजनौर के लिए काशीपुर में तैनात ईई रामसकल आर्या, चंपावत, ऊधमसिंहनगर के लिए सितारगंज के ईई सिंचाई संजय राज को नोडल अधिकारी नामित किया है। हरिद्वार के लिए भी यही नामित रहेंगे। अगस्त में इस प्रक्रिया पर बात आगे बढ़ेगी।
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दोनों प्रदेशों की ओर से सहमति के बिंदुओं के क्रियान्वयन को लेकर नोडल अधिकारी नामित कर दिए हैं। अगस्त माह से प्रक्रिया शुरू होगी। अभी 25 परिसंपत्ति मिलेगी।
- डीसी सिंह, मुख्य अभियंता कुमाऊं, सिंचाई विभाग।