भीमताल में अब नहीं महकेगा फिलडैलफस फूल
जागरण संवाददाता, भीमताल : उत्तराखंड की धरती पर अब फिलडैलफस फूल नहीं महकेगा। चोरों ने फलोरीवैला से इस
जागरण संवाददाता, भीमताल : उत्तराखंड की धरती पर अब फिलडैलफस फूल नहीं महकेगा। चोरों ने फलोरीवैला से इस फूल की इकलौती पौध चुरा ली, जिसे अमेरिका से लाया गया था। इस पौध की खास बात ये है कि इसकी छाल साबुन का काम करती है।
दरअसल, दुग्ध धवल पुष्प 'फिलडैलफस' अमेरिका में कैलिफोर्निया के उत्तरी-पश्चिमी भाग में पाया जाता है। विशेष प्रकार की खुशबू फैलाने वाला यह फूल अन्य देश में विषम भौगोलिक परिस्थिति व जलवायु के अनुकूल खुद को ढालने में कम ही सफल होता है लेकिन भीमताल में महक बिखेरना उद्यान विशेषज्ञों व पुष्प प्रेमियों के लिए अचरज से कम न था। झाड़ीनुमा यह पौधा व्यवसायी अखिलेश त्यागी के फलोरीवैल फार्म स्थित पाली हाउस में खुशबू बिखेर रहा था। त्यागी बताते हैं कि उनको यह पौधा अमेरिका निवासी उनके एक दोस्त ने भेंट किया था। फूलों का कोई अच्छा जानकार ही इसे चोरी कर सकता है।
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बड़े काम का है पौधा :
फिलडैलफस प्राकृतिक सौंदर्य ही नहीं बढ़ाता बल्कि यह बड़े काम का पौधा है। अमूमन पांच से छह फिट ऊंचे इस पौध से मछली मारने के उपकरण भी तैयार किए जाते हैं। आमतौर पर अमेरिका के जंगलों में उगने वाले इस पौधे में एक ही फूल खिलता है। हालांकि, उन्नत प्रकार की प्रजाति की पौध में फूलों की संख्या अधिक होती है।