धोखे से भूमि बेचने वालों का भंडाफोड़
जागरण संवाददाता, रुड़की: पुलिस ने धोखाधड़ी कर जमीन बेचने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ कर तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
रुड़की सिविल लाइंस कोतवाली में मामले का खुलासा करते हुए सीओ प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि आइआइटी के प्रोफेसर एम पेरूमाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया कि उन्होंने वर्ष 1991 में एक प्लाट अपनी पत्नी निरुपमा के नाम पर खरीदा था। उनके मकान के पास में ही रिटायर्ड सूबेदार मेजर मामचंद ने भी एक प्लाट खरीदा। सरकारी मकान होने की वजह से उन्हें प्लाट पर मकान बनाने की जरूरत नहीं पड़ी, कभी-कभार ही वह प्लाट को देखने के लिए जाते थे। जून में जब वह प्लाट देखने के लिए गए तो उन्होंने पाया कि उनके व उनके पड़ोसी मामचंद के प्लाट पर मकान बने हुए थे।
जानकारी करने पर पता चला कि किसी श्यामा नाम के व्यक्ति ने स्थानीय प्रॉपर्टी डीलर से मिलकर डीएम कार्यालय के रिकार्ड रूम में मूल सजरे में छेड़छाड़ कर कुछ लोगों को बेच दिया। मामले की विवेचना कर रहे एसएसआइ आरके सकलानी ने श्यामा पुत्र केवल, प्रमोद पुत्र धर्म सिंह व राजेश पुत्र रघुवीर सिंह निवासीगण मोहनपुरा मोहम्मदपुर थाना कोतवाली रुड़की को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि रिटायर सुबेदार मेजर मामचंद निवासी खेड़ा जट गांव ने भी आरोपी प्रोपर्टी डीलरों के खिलाफ धोखाधड़ी कर उसका प्लाट कब्जाने की शिकायत की है।
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रिक्शा चालक है श्यामा
सीओ प्रहलाद सिंह मीणा ने बताया कि श्यामा रिक्शा चालक हैं, उसमें 1989 में अपनी भूमि बिल्डर को बेच दी थी, लेकिन खतौनी में उसी का नाम चला आ रहा था। इसी का लाभ उठाते हुए प्रॉपर्टी डीलर राजेश एवं प्रमोद ने श्यामा को मालिक के रूप में खड़ा कर दोबारा जमीन का बैनामा कराया जबकि श्यामा की मौके पर कोई भूमि नहीं थी।