पतंजलि फूड पार्कः आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें रवाना
पतंजलि फूड पार्क मामले में नामजद दो आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीम कानपुर और मेरठ रवाना हो गई। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज में आए बाकी आरोपियों को चिह्नित करने के लिए भी पुलिस ने प्रयास शुरू कर दिए।
हरिद्वार। पतंजलि फूड पार्क मामले में नामजद दो आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीम कानपुर और मेरठ रवाना हो गई। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज में आए बाकी आरोपियों को चिह्नित करने के लिए भी पुलिस ने प्रयास शुरू कर दिए। मामले में गिरफ्तार लोगों से भी इस बाबत लगातार जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही पुलिस ने इस मामले में पतंजलि योग पीठ को पत्र भेजा है।
उधर इस मामले में मारपीट की शुरुआती फुटेज जारी कर वर्धमान रोड लाइंस ने लोकल ट्रांसपोर्ट यूनियन और घटना में मारे गए दलजीज पर पहले हमले का आरोप लगाया है। पुलिस ने कहना है कि भले ही हमला यूनियन के लोगों ने पहले किया पर ऐसा करने को पतंजलि फूड पार्क के लोगों ने उन्हें उकसाया। क्योंकि इन्होंने लड़ाई की पूरी तैयारी कर रखी थी।
उधर, पतंजलि के साथ हुए अनुबंध के तहत उत्पादों की आपूर्ति करने वाले ट्रांसपोर्टर सुधीर जोशी व अन्य ने राज्यपाल को पत्र व सीसीटीवी फुटेज भेजा है। पत्र में कहा है कि 14 अप्रैल को स्थानीय ट्रक यूनियन के धर्मेंद्र चौहान, बलवीर सह उर्फ वीरा व उनके अन्य साथियों ने फूड पार्क में माल लाने-जाने वाले ट्रकों को रोका और चालकों के साथ मारपीट की गई।
आरोप है कि 26 मई को भी धमकी दी गई। पुलिस के कार्रवाई न करने पर उनके हौसले बढ़ गए। 27 मई जब वे कार से फूड पार्क जा रहे थे तो दलजीत सह, धर्मेंद्र चौहान, बलवीर उर्फ वीरा व उनके साथियों ने उन पर हमला कर दिया। पार्क गेट के सामने उनकी कार खराब हो गई। उन्होंने किसी तरह जान बचाई। आरोप है कि पूरी घटना का षड्यंत्र धर्मेंद्र चौहान ने रचा। इस कारण ही दलजीत सह की मौत हुई। पत्र में ट्रांसपोर्टर नरेंद्र चहल व विवेक जैन के भी हस्ताक्षर हैं।
उधर, पतंजलि फूड पार्क में हुए बवाल के मामले में नामजद फूड पार्क के दो सहायक प्रबंधकों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। इस मामले में राम भरत सहित पतंजलि के सहायक प्रबंधक योगेश, अनिल गोस्वामी नामजद थे। दोनों फूड पार्क के परिवहन विभाग से जुड़े हैं। मामले में तीन नामजद सहित चालीस अज्ञात लोगों पर हत्या, हत्या का प्रयास, बलवा, आपराधिक षड्यंत्र रचने आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज है।
गौरतलब है कि पदार्था गांव में पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क में 27 मई को सुरक्षा कर्मियों एवं ट्रांसपोर्टर के बीच हिंसक संघर्ष हुआ था। इसमें ट्रांसपोर्टर दलजीत सिंह की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस घटना में योग गुरु बाबा रामदेव के भाई रामभरत समेत आठ सुरक्षा कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही फैक्ट्री को कब्जे में ले लिया था।
पढ़ें- आचार्य प्रमोद कृष्णन ने रामदेव को दौलत के नशे में चूर बताया