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पंद्रह दिनों में हुर्इ पांच बच्चों की मौत, गांव में हड़कंप

रुड़की के टोडा एहतमाल गांव रहस्यमयी बुखार के चलते पांच बच्चों की मौत हो गर्इ है, जबकि कर्इ बच्चे अभी भी बुखार से पीड़ित हैं जिनका डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा है।

By BhanuEdited By: Published: Sat, 12 Aug 2017 07:04 PM (IST)Updated: Sat, 12 Aug 2017 10:49 PM (IST)
पंद्रह दिनों में हुर्इ पांच बच्चों की मौत, गांव में हड़कंप
पंद्रह दिनों में हुर्इ पांच बच्चों की मौत, गांव में हड़कंप

रुड़की, [जेएनएन]: रुड़की विकास खंड के टोडा एहतमाल गांव में बुखार से पांच बच्चों की मौत का मामला सामने आया है। मौत का यह सिलसिला पखवाड़े से जारी है। पिछले चार दिनों में चार बच्चों की मौत के बाद से गांव में दहशत है। उप प्रधान की सूचना पर गांव में सीएमओ स्वास्थ्य विभाग की टीम को साथ लेकर पहुंचे। इस दौरान गांव में 15 बच्चों को उपचार कर दवा दी गई, जबकि 10 बच्चों को शाम के समय रुड़की सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। 

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रुड़की तहसील मुख्यालय से करीब आठ किलोमीटर दूर स्थित टोडा एहतमाल गांव में 28 जुलाई को एक बच्चे की बुखार से मौत हो गई थी। इसके बाद से कई बच्चे बुखार से पीडि़त थे, लेकिन तब किसी ने इस बात पर कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद 9 अगस्त को दो, 10 और 11 अगस्त को एक-एक बच्चे की मौत हो  गई। इसके बाद से गांव में दहशत फैल गई। करीब 40 से अधिक बच्चे बुखार से पीडि़त हो गए। शनिवार को गांव के उप प्रधान अब्दुल वाजिद ने इस मामले की सूचना सीएमओ को दी। उन्होंने बताया कि मरने वाले बच्चों में उसका भी सात साल का बेटा है। इसके बाद स्वास्थ्य  विभाग में हड़कंप मच गया। 

सीएमओ डॉ. रविन्द्र थपलियाल बाल रोग विशेषज्ञ समेत कई डॉक्टरों की टीम को साथ लेकर गांव में पहुंचे। इसके बाद गांव में बुखार से पीडि़त बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण शुरू किया गया। 100 से अधिक बच्चों में से 15 बच्चे ऐसे मिले,  जिन्हें वायरल था, उन्हें गांव में ही दवा दी गई। इसके अलावा, 10 बच्चों को रुड़की के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सीएमओ डॉ. रविंद्र थपलियाल ने बताया कि हमात (7), उमर फारूख (12), रिहान (8), गुलनाज (10) और अदनान (01) साल की मौत हुई है। वायरल फीवर में गले पर सूजन आ जाती है और श्वास नली पर जकडऩ बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि गांव में टीम लगातार नजर बनाए हुए हैं। 

तो किस बात का है स्वास्थ्य महकमे में अलर्ट 

इस समय डेंगू, मलेरिया आदि को लेकर अलर्ट जारी है। हरिद्वार जिले में 162 टीमों के देहात क्षेत्र में निगरानी रखे जाने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। तहसील मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित टोडा एहतमाल गांव में बुखार से पांच बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि जुलाई से लेकर अब तक करीब 50 से अधिक बच्चे बुखार से पीडि़त है, लेकिन गांव की एएनएम से लेकर अन्य कर्मियों ने इस बारे में कोई सूचना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तक को नहीं दी। उप प्रधान ने सूचना दी तो महकमा जागा। 

आसपास के गांव में भी बनी है दहशत

टोडा एहतमाल गांव में बुखार से बच्चों की मौत के बाद से आसपास के गांव में भी लोग डरे हुए हैं। टोडा मुस्तकम, भंगेडी जलालपुर, दुर्गा कालोनी आदि जगह भी ग्रामीण इस रहस्यमयी बुखार को लेकर चौकन्ना हो गए हैं। पूर्व प्रधान सईद अहमद ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में नहीं आ रही है।

इन बच्चों को कराया भर्ती 

सिविल अस्पताल रुड़की में अनश (10), रानी (13), सदाम (05), अफजल (07), अरमान (05), रहमान (10), अलीना (04), शना (06), सुहान (09) और अरशद (10) को जनरल वार्ड में भर्ती कराया गया है। शाम से यहां पर ग्रामीणों की जबरदस्त भीड़ लगी हुई है।

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