जेई और पंचायत सचिव के खिलाफ रिपोर्ट
संवाद सूत्र, लक्सर: लादपुर गांव में मनरेगा घोटाले के मामले में आखिरकार एक सप्ताह के बाद संबंधित अधिक
संवाद सूत्र, लक्सर: लादपुर गांव में मनरेगा घोटाले के मामले में आखिरकार एक सप्ताह के बाद संबंधित अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया। बीडीओ की ओर से लक्सर कोतवाली पुलिस को मामले में तहरीर दिए जाने के बाद पुलिस ने इस मामले में आरोपी जूनियर इंजीनियर व ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
लादपुर गांव में मनरेगा के तहत 12 लाख रुपये की लागत से तीन सड़कों का निर्माण कराया जाना था। इस बीच, सड़कों के निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत जिलाधिकारी को मिली। इस पर 6 सितंबर को लक्सर पहुंचे जिलाधिकारी ने स्वयं गांव में पहुंचकर मामले की जांच की। जांच के दौरान यहां सड़क निर्माण में घोटाले का पता चला। जिलाधिकारी की जांच में जहां तीन में से एक सड़क आधी-अधूरी पाई गई, वहीं दो सड़कें मौके पर ही नहीं मिली।
इस पर कड़ा रूख अपनाते हुए जिलाधिकारी दीपक रावत ने डीडीओ को मामले में ग्राम पंचायत सचिव व मनरेगा के जेई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने तथा बीडीओ लक्सर को वेतन रोकने के आदेश दिए थे। साथ ही ग्राम प्रधान को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया था।
प्रकरण में जिलाधिकारी के आदेश को एक सप्ताह का समय बीतने के बाद भी अभी तक मामले में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ पुलिस को तहरीर नहीं दी गई थी। इसके बाद से ही मामले में विभागीय अधिकारियों की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे थे। आखिर एक सप्ताह बाद खंड विकास अधिकारी आइएस भंडारी की तहरीर पर पुलिस ने मनरेगा के जेई आदित्य वर्मा तथा ग्राम विकास अधिकारी रणवीर ¨सह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। कोतवाल टीएस राणा ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।