विदेशी को छूट से देशी कंपनियां चिंतित
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: स्वदेशी जागरण मंच के संयोजक अरूण ओझा ने कहा कि विदेशी कंपनियों को भारत में व
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: स्वदेशी जागरण मंच के संयोजक अरूण ओझा ने कहा कि विदेशी कंपनियों को भारत में व्यापार करने की छूट देकर सरकारों ने देशी कंपनियों को पलायन के लिए मजबूर कर दिया। स्वदेशी जागरण मंच अपनी स्थापना से ही भारत की आर्थिक मजबूती की जंग लड़ रहा है। और स्वदेशी की अवधारणा भारत की दूसरी आजादी की लड़ाई है।
सोमवार को स्वदेशी जागरण मंच की राष्ट्रीय विचार वर्ग कार्यशाला लाल माता मंदिर में स्वदेशी जागरण को जन आंदोलन बनाने के संकल्प के साथ संपन्न हुई। इस मौके पर मंच के संयोजक अरूण ओझा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्मवाद, अंतोदय जैसी विचारधारा से प्रेरित होकर राष्ट्रीय विचारक दत्तोपंत ठेंगड़ी ने जिस स्वदेशी जागरण मंच की 1991 में स्थापना की थी, उसे आज एक जन आंदोलन के रूप में प्रचारित प्रसारित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन ¨सह, पीवी नरसिम्हाराव ने विदेशी ताकतों के दवाब में आर्थिक उदारीकरण, भूमंडलीयकरण जैसी नीतियों के चलते भारत को आर्थिक गुलामी के गर्त में धकेलने का कार्य किया। समापन सत्र की अध्यक्षता करते क्षेत्रीय सहसंयोजक यशोवर्धन त्रिपाठी ने कहा कि मैक्समूलर से लेकर पीवी नरसिम्हाराव की सरकार तक भारत को आर्थिक गुलाम बनाने का षडयंत्र विदेशी ताकतों के दबाव में निरंतर होता रहा है। स्वदेशी जागरण मंच भारत को पुन: वैभवशाली आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। इस मौके पर वर्ग प्रमुख डॉ. राजीव कुमार, दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संयोजक संजय चतुर्वेदी, लालमाता मंदिर के संचालक भक्त दुर्गादास, मंच के सहसंयोजक डॉ. भगवती प्रसाद शर्मा, प्रचार प्रमुख दीपक शर्मा, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विकास तिवारी, मंडल अध्यक्ष अनिरुद्ध भाटी, मंडल प्रवक्ता संजय वर्मा आदि उपस्थित थे। कार्यशाला का संचालन प्रांत संयोजक सुरेंद्र ¨सह ने किया।
इस मौके पर स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक अरूण कुमार ओझा ने दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संयोजक संजय चतुर्वेदी को स्वदेशी जागरण मंच राष्ट्रीय परिषद का सदस्य मनोनीत किया। साथ ही उत्तराखंड में संगठन को गति देने के लिए अंकित चिकारा विभाग संयोजक तथा सुमित ¨सघल को जिला संयोजक मनोनीत किया गया।