पुलकित और दीदार ने की दोबारा मूल्यांकन की मांग
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय से पूर्व में निष्कासित बीएएमएस 2013 बै
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय से पूर्व में निष्कासित बीएएमएस 2013 बैच के छात्र पुलकित आर्य और उसके सहपाठी दीदार ¨सह दोबारा प्रवेश मिलने के बाद गुरुवार को परिसर के प्रभारी निदेशक से मिले और वर्ष 2016 में कापियों के मूल्यांकन में गड़बड़ी का आरोप लगाया। कहा कि आरटीआइ से मिली कापियां में सच्चाई का पता चला है, जिसमें नंबर काट कर बाद में बढ़ाए गए। उन्होंने दोबारा मूल्यांकन कराने की मांग की।
भाजपा नेता और पूर्व दर्जाधारी विनोद आर्य के पुत्र पुलकित आर्य और उसके सहपाठी दीदार ¨सह ने गुरुवार को प्रकरण को नया मोड़ दे दिया। वह परिसर निदेशक प्रोफेसर डॉ. सुनील जोशी के अवकाश पर रहने के कारण उनका दायित्व देख रहे प्रोफेसर डॉ. अनूप गक्कड़ से मिले और आरटीआइ से हासिल कापियों को दिखाया। इसमें कई कापियों में प्राप्तांक में 42 की जगह 43 और 56 की जगह 58 नंबर अंकित बताया गया। कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन से जुड़े तत्कालीन लोगों ने उनके साथ छल किया है। मूल्यांकन में जानबूझकर उन्हें कम अंक दिए गए। लेकिन जब उन्होंने आरटीआइ के तहत सूचना मांगी तो हकीकत सामने आई। दूसरी ओर, प्रभारी परिसर निदेशक डॉ. गक्कड़ ने कहा कि दोनों छात्रों ने दोबारा मूल्यांकन की लिखित मांग नहीं की है। परिसर निदेशक ही कुछ कह सकेंगे।