पुलिस की कुख्यातों से नजदीकी पड़ रही भारी
संवाद सहयोगी, रुड़की: पुलिस और कुख्यातों की निकटता से शहर में अपराध बढ़ रहे है। कभी शहर में चौथ वसूली
संवाद सहयोगी, रुड़की: पुलिस और कुख्यातों की निकटता से शहर में अपराध बढ़ रहे है। कभी शहर में चौथ वसूली के लिए धमकी तो कभी चौथ वसूली के लिए हमले की घटनाएं सामने आती रही है। जेल के अंदर भी कुख्यातों को पुलिस का सहयोग मिलता रहा है। इससे बदमाश अपना नेटवर्क जेल से ही चला रहे है।
शहर में कई बार खाकी और कुख्यातों का गठजोड़ सामने आ चुका है। उत्तराखंड पुलिस का बर्खास्त सिपाही देवपाल राणा की कुख्यात सुनील राठी से नजदीकी जगजाहिर रही है। लूट के एक मामले में उसकी संलिप्ता सामने आने के बाद उसे बर्खास्त किया गया था। इसके बाद वह राठी का खास हो गया था। देवपाल राणा ने वर्ष 2014 में उपकारागार के बाहर हुई गैंगवार की घटना में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। इसी गैंगवार के मामले में रुड़की जेल के तत्कालीन डिप्टी जेलर राकेश वर्मा ने भी कुख्यात राठी की मदद की थी। इसके चलते चीनू पंडित के तीन साथियों की गैंगवार में मौत हो गई थी। राकेश वर्मा को इस मामले में जेल जाना पड़ा था। चमोली पुरसाडी जेल के जेलर करमराज के फोन से प्रवीण वाल्मीकि ने रुड़की के डेयरी कारोबारी को धमकी दी थी। कुख्यात से गठजोड़ के चलते जेलर करमराज को पहले निलंबित उसके बाद बर्खास्त कर दिया गया था। दो दिन पहले देहरादून की जेल से रुड़की पेशी पर आ रहे कुख्यात चीनू ने पुलिस की मौजूदगी में ढाबे पर दावते उड़ाई थी और अपने दोस्तों से मुलाकात भी की थी। इसके चलते इन सभी को निलंबित कर दिया गया था। इस तरह की घटनाओं के चलते शहर में चौथ वसूली का धंधा पैर पसार रहा है। अब पुलिस अधिकारी पेशी के दौरान कुख्यातों से नजदीकी रखने वालों पर कड़ी कर्रवाई की बात कह रहे है। साथ ही अब पेशी पर आने वाले कुख्यातों पर नजर रखने के लिए एसओजी और सादी वर्दी में पुलिस को भी लगाया जाएगा। इससे की इस गठजोड़ को तोड़ा जा सके। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके का कहना है कि सभी को निर्देशित किया गया है कि पेशी पर बदमाशों से निकटता नहीं बनाए और न ही नियमों की अनदेखी की जाए। ऐसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।