विरोध के बीच गरजी जेसीबी
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: नगर निगम और पुलिस प्रशासनिक टीम ने रिक्शा स्टैंड के स्थान पर काबिज अतिक्
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: नगर निगम और पुलिस प्रशासनिक टीम ने रिक्शा स्टैंड के स्थान पर काबिज अतिक्रमणकारियों को हटाने के साथ अतिक्रमण ध्वस्त कर दिया। इस दौरान नेताओं व अतिक्रमणकारियों ने विरोध भी किया, लेकिन पुलिस प्रशासन के सरकारी कार्य में हस्तक्षेप करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी के बाद विरोध करने वाले लोग बैकफुट पर आए। टीम ने करीब आधा दर्जन दुकानों को हटाया है।
नगर निगम का वाल्मीकि चौक के समीप पार्क है। इस पार्क के चारों ओर अतिक्रमण हुआ है। पार्क के बाहर खाली स्थान पर रिक्शा स्टैंड था, जिस पर कई वर्षों से अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर लिया था। इस पर महापौर मनोज गर्ग ने नगर निगम टीम को अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। इसी क्रम में सोमवार को अतिक्रमण हटाने को लेकर पीएसी बुलाई गई थी। दोपहर तीन बजे के तहसीलदार सुनैना राणा, कर अधीक्षक राहुल कैंथोला के नेतृत्व में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान की शुरुआत की गई। टीम ने पहले अतिक्रमणकारियों को सामान हटाने का समय दिया, लेकिन देरी होने पर टीम ने कुछ सामान कब्जे में लेना शुरू कर दिया। अतिक्रमणकारियों ने तहसीलदार से समय देने की गुजारिश की, जिस पर करीब आधा घंटे का समय दिया। समय अधिक होने पर पुलिस प्रशासन ने तेजी दिखाई और छप्पर, टीन शेड डालकर बनी दुकानों को ध्वस्त कर दिया। इससे पहले नगर निगम टीम ने खड़खड़ी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाया। टीम ने हरकी पैड़ी क्षेत्र पर अवैधरूप से फोटोग्राफी कर रहे फोटोग्राफर से कैमरे छीन लिए। इन्हें नगर निगम के गोदाम में जमा कराया गया है।
अतिक्रमण चिढ़ा रहा मुंह
हरिद्वार में अपर रोड, रोडवेज बस अड़डे के सामने, मेला नियंत्रण कक्ष के समीप, हरकी पैड़ी मार्ग, शहर कोतवाली के समीप ही अतिक्रमणकारियों ने रेहड़ी, फड़ लगाकर कब्जा किया है, जबकि टीनशेड डालकर दुकाने खोली है। सड़क पर सामान रखा गया है,जिसके चले सड़क संकरी हो गई है। सोमवार को भी सिर्फ पार्क के बाहर रिक्शा स्टैंड पर हुए अतिक्रमण को हटाया गया, जबकि उसके आसपास दर्जनों दुकानों को छोड़ दिया।
करंट लगने से बचा
अतिक्रमण हटाने के दौरान नगर निगम कर्मी बिजली के तारों को काट रहा था। इस दौरान केबिल काटने पर जोरदार से धमाका हुआ, जिसके बाद ¨चगारी निकली। इससे कर्मी को झटका लग गया। हालांकि वह बाल बाल बच गया।
सांसद प्रतिनिधि पहुंचे, सुनवाई नहीं
अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान रोकने को लेकर सांसद प्रतिनिधि संजय त्रिवाल पहुंचे थे। सांसद प्रतिनिधि ने नगर निगम टीम को किसी से बात कराने की बात कही थी। वह लगातार अपनी परिचित नेताओं को फोन मिलाते रहे, लेकिन फोन रिसीव नहीं हो सके। इसके बाद अधिकारियों ने तेजी दिखाकर कार्रवाई की।