किसानों ने दी इंडेट रोके जाने की चेतावनी
जागरण संवाददाता, रुड़की: समझौते के अनुसार किसानों का भुगतान न होने पर किसानों ने चीनी मिल का इडेंट रो
जागरण संवाददाता, रुड़की: समझौते के अनुसार किसानों का भुगतान न होने पर किसानों ने चीनी मिल का इडेंट रोके जाने की चेतावनी दी है। साथ ही चीनी मिल पर बाहरी गन्ने की खरीद करने का आरोप लगाते हुए सचिव से कार्रवाई की मांग की है। कार्रवाई न होने पर किसानों ने सड़कों पर उतरकर गन्ना रोकने की बात कही है। सचिव ने भी इस संबंध में चीनी मिल को नोटिस भेजा है।
साबतवाली गांव में हुई भारतीय किसान क्लब की पंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कटार ¨सह ने कहा कि किसानों और चीनी मिल के बीच 12 नवंबर को हुए समझौते का चीनी मिल पालन नहीं कर रही है। पुराने बकाया की दूसरी किश्त अभी तक जारी नहीं की गई है जबकि यह भुगतान 5 दिसंबर तक गन्ना किसानों के खाते में पहुंच जाना चाहिए था। इसके अलावा, चीनी मिल की ओर से नया भुगतान भी अभी तक शुरू नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि चीनी मिल की वादाखिलाफी से किसानों में रोष उत्पन्न हो रहा है। यदि जल्द भुगतान नहीं दिया गया तो किसान सड़कों पर उतरेंगे। क्लब के राष्ट्रीय सचिव विजयपाल ¨सह ने कहा कि इकबालपुर चीनी मिल स्थानीय किसानों को गन्ने का भुगतान करने के बजाय बाहरी क्षेत्र के किसानों का गन्ना नकद खरीद रही है। किसानों का न तो पिछले साल का ही भुगतान हो पाया है और न ही चीनी मिल की ओर से इस साल का भुगतान शुरु किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि समिति सचिव ने बाहरी गन्ने की खरीद पर रोक और समझौते का पालन नहीं कराया तो किसान स्वयं गन्ने को रोकेंगे। उधर, सचिव प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि इस बाबत चीनी मिल को नोटिस जारी कर दिया है, जिसमें समझौते के अनुसार नया और पुराना भुगतान शुरु करने को कहा गया है।
भुगतान के बजाय भेजी साढ़े छह करोड़ की एडवाइज
इकबालपुर चीनी मिल की ओर से गुरुवार को साढ़े छह करोड़ रुपये की एडवाइज गन्ना समिति इकबालपुर को भेजी गई है। समिति सचिव प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि चीनी मिल की ओर से जो एडवाइज भेजी गई है। इससे किसानों को 17 दिसंबर 2015 से लेकर 31 दिसंबर 2015 तक आपूर्ति किए गए गन्ने का भुगतान मिल जाएगा। चीनी मिल की ओर से समिति को बताया गया कि जल्द ही साढ़े छह करोड़ की धनराशि भी गन्ना समिति के खाते में भेज दी जाएगी।