पुलिस की मौजूदगी में होती रही फाय¨रग
संवाद सूत्र झबरेड़ा: गांव में कब्रिस्तान की भूमि की लेकर विवाद पिछले दो दिन से सुलग रहा था लेकिन पु
संवाद सूत्र झबरेड़ा:
गांव में कब्रिस्तान की भूमि की लेकर विवाद पिछले दो दिन से सुलग रहा था लेकिन पुलिस से लेकर प्रशासन के अधिकारी इससे पूरी तरह से बेखबर रहे। वहीं पुलिस की मौजूदगी में करीब 15 मिनट तक फाय¨रग होने से गांव के लोग सहमें हैं। घटना के बाद गांव में पसरा सन्नाटा यहां की कहानी बता रहा है। अभी भी दोनों पक्षों के बीच तनाव बरकरार है।
पंचायत चुनाव के बाद से ही कई गांव में तनाव चल रहा है। गांव में किसी न किसी बात पर विवाद होते रहे हैं लेकिन नगला कुबड़ा गांव में कब्रिस्तान की भूमि को लेकर जिस तरह से शनिवार से प्रधान और पूर्व प्रधान समर्थकों के बीच मामला सुलग रहा था। उसकी पुलिस को कोई खबर नहीं थी। बीट पुलिसकर्मी से लेकर हलका दारोगा तमाम लोग इस तनाव से अंजान थे। रविवार को यह ¨चगारी खुलकर सामने आ गई। वहीं दोनों पक्षों में जिस तरह से फाय¨रग होती रही उसे देखकर गांव के लोग दहशत में आ गए। पुलिस जिस समय गांव में घुस रही थी उस समय ही पुलिस को फाय¨रग की आवाज आ गई थी। इसके बाद ही झबरेड़ा पुलिस ने आसपास के थानों से पुलिस फोर्स मंगाया। गांव में जिस समय पुलिस पहुंची उस समय भी फाय¨रग होती रही और पुलिस कुछ देर तक बेबस सी नजर आई। दोनों तरफ से लाइसेंस और अवैध हथियारों से फाय¨रग की गई। पुलिस ने जब भीड़ पर लाठियां फटकारी तो इसके बाद ही वहां पर हालात सामान्य हो सके। गांव में अभी भी तनाव बना है। पुलिस अभी तक फाय¨रग करने वाले आरोपियों को चिह्नित नहीं कर पाई है।
घटना के बाद गांव में पसरा सन्नाटा
नगला कुबड़ा गांव में घटना के बाद गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए घरों पर दबिश भी दी लेकिन आरोपी फरार मिले। घरों में इस समय महिलाएं ही मौजूद हैं। पुलिस अब आरोपियों को चिह्नित कर इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में लगी है। जिस जगह यह बवाल हुआ वहां के लोग घरों से बाहर आने से कतरा रहे हैं।
वीआईपी डयूटी में थे अधिकांश पुलिसकर्मी
नगला कुबड़ा गांव में हुई घटना की सूचना आसपास के थानों की पुलिस को दी गई थी। सूचना के बाद सभी थानों की पुलिस मौके पर दौड़ पड़ी। पथरी गांव में मुख्यमंत्री हरीश रावत का कार्यक्रम होने के चलते रुड़की और देहात से काफी पुलिस बल वीआईपी डयूटी में गया था। एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल खुद पथरी में थे। नगला कुबड़ा में बवाल के बाद एक बार तो पुलिस के हाथ पांव फूल गए थे। आसपास के थानों से जब पुलिस बल मौके पर पहुंचा तब झबरेड़ा पुलिस ने भी राहत की सांस ली।