रामलीला भवन प्रकरण पर पार्षद आमने-सामने
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: रामलीला भवन को लेकर कांग्रेस और भाजपा पार्षद आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा प
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: रामलीला भवन को लेकर कांग्रेस और भाजपा पार्षद आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा पार्षद ने बिना प्रमाण के आरोप लगाने पर मानहानि का नोटिस भेजने की चेतावनी दी है। जबकि कांग्रेस पार्षद ने रामलीला भवन की सील तोड़ने पर खुद मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है।
भीमगौड़ा स्थित रामलीला भवन नजूल की संपत्ति पर बना है। इस जमीन पर करीब ग्यारह भवन बने हैं। इन भवनों पर वर्ष 2015 में नगर निगम ने ताला लगा दिया था, लेकिन आरोप है कि ताले खोलकर भवनों का दुरुपयोग किया जा रहा है। एक सप्ताह पूर्व नगर निगम टीम ने रामलीला भवन के तीन कमरों को छोड़कर ताला लगा दिया था। अब दोबारा से ताले खुलने की जानकारी नगर निगम को मिली है। इस मामले में नगर निगम चुप्पी साधे बैठा है, जबकि नगर निगम नेता प्रतिपक्ष उपेंद्र कुमार ने भाजपा पार्षद पर रामलीला भवन पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। मंगलवार को भाजपा पार्षद लखन लाल चौहान ने नेता प्रतिपक्ष उपेंद्र कुमार को पत्र प्रेषित किया है, जिसमें आरोपों पर ऐतराज जताया है। चौहान ने कहा कि नगर निगम के बाहर नगर निगम की संपत्ति पर म्युनिसिपल बोर्ड कर्मचारी यूनियन कार्यालय बना है, जबकि पावनधाम के समीप पार्किंग पर कब्जा किया गया है। कहा कि रामलीला भवन के समीप अवैध पार्किंग व दुकानें बनी है, लेकिन निगम अधिकारी कार्रवाई को तैयार नहीं है। एमएनए विप्रा त्रिवेदी ने बताया कि रामलीला भवन को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। नेता प्रतिपक्ष उपेंद्र कुमार ने कहा कि नगर निगम को रामलीला भवन की सील खोलने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराना चाहिए। यदि निगम ने ऐसा नहीं कराया तो वह खुद शहर कोतवाली में तहरीर देंगे।