स्नान पर्व पर बिखर गया एनजीटी का आदेश
-स्नान के बाद गंगा घाटों से लेकर शहर तक में बिखरी पालीथीन -सिर्फ कागजी कोरम पूरा करने और दिखावे क
-स्नान के बाद गंगा घाटों से लेकर शहर तक में बिखरी पालीथीन
-सिर्फ कागजी कोरम पूरा करने और दिखावे को हो रही कार्रवाई
जागरण संवाददाता, हरिद्वार:
गोमुख से हरिद्वार तक प्लास्टिक बैन का एनजीटी का आदेश हवा-हवाई होकर रह गया है। दूसरे स्नान पर्व के बाद हरकी पैड़ी के गंगा घाटों से लेकर समूचे शहर में पालीथीन व उपयोग की गई प्लास्टिक की बोतलें बिखरी रहीं। एक फरवरी को प्लास्टिक प्रयोग को प्रतिबंधित करने की शुरू हुई कार्रवाई अब महज कोरम पूरा करने के लिए हो रही है।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने उत्तराखंड में गोमुख से लेकर हरिद्वार तक प्लास्टिक प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस आदेश को सुनिश्चित कराने का आदेश एनजीटी ने जिला प्रशासन को दिया है। एक फरवरी को एनजीटी के आदेश का अनुपालन कराने के लिए जिलाधिकारी के स्तर से पांच टीमें गठित कर दी गई, लेकिन केवल पहले दिन ही कार्रवाई होते दिखा। दो फरवरी के बाद से प्रशासनिक टीमें सुस्त पड़ती गई। मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर एनजीटी के आदेश की तो धज्जियां उड़ गईं। यहां धड़ल्ले से प्लास्टिक, पालीथीन का प्रयोग हुआ, लेकिन रोकने-टोकने वाला कोई नहीं था। व्यापारियों ने भी बेखौफ होकर प्लास्टिक, पालीथीन की बिक्री की। मुख्य नगर अधिकारी विप्रा द्विवेदी ने बताया कि प्लास्टिक बिक्री के खिलाफ की गई कार्रवाई से अब तक एक लाख रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया है, चार कुंतल से अधिक पालीथीन जब्त की गई है। कार्रवाई की जा रही है।