Move to Jagran APP

गंगा स्वच्छता में इच्छाशक्ति की कमी

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के धर्मनगरी को प्लास्टिक और पॉलीथिन म

By Edited By: Published: Thu, 08 Oct 2015 01:28 AM (IST)Updated: Thu, 08 Oct 2015 01:28 AM (IST)

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के धर्मनगरी को प्लास्टिक और पॉलीथिन मुक्त बनाने की राह में स्थानीय प्रशासनिक मशीनरी रोड़ा बनी है। हालात यह हैं कि अफसरों के रवैये पर एनजीटी उन्हें कई बार फटकार लगा चुका है,लेकिन स्थिति में कोई परिर्वतन नहीं आया। प्लास्टिक और पॉलीथिन पर रोक के मामले में सर्वाधिक संवेदनशील माने गए हरकी पैड़ी क्षेत्र में खुलेआम इसका व्यापार हो रहा है। रोजाना यहां पर प्रशासनिक अमला आता-जाता है पर, कोई इसे रोकने, एनजीटी के आदेशों का अनुपालन करा पाने की इच्छाशक्ति नहीं दिखा पाता।

loksabha election banner

एनजीटी ने दो जुलाई को हरिद्वार में प्लास्टिक और पॉलीथिन के इस्तेमाल व व्यापार पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। आदेशों पर अमल की वास्तविकता परखने को उसने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील शारिक जैदी को लोकल कमीश्नर नियुक्त किया था। अब तक एनजीटी के लोकल कमीश्नर शारिक जैदी ने कई बार यहां का दौरा कर न सिर्फ हालात का जायजा लिया, बल्कि उस पर नाखुशी भी जताई। एनजीटी को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में उन्होंने इस मामले में प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को दोषी भी ठहराया। उनकी रिपोर्ट पर एनजीटी ने सरकार और प्रशासन दोनों पर कड़ी फटकार भी लगाई पर, उसका असर यहां अब तक नहीं दिखाई दिया। इस समय हरकी पैड़ी के गंगा घाटों पर 50 से अधिक प्लास्टिक सामानों की अस्थाई और 200 से अधिक स्थाई दुकानें खुलेआम इसकी बिक्री कर रही हैं। यही हाल पॉलीथिन बिक्री का भी है।

गंगा घाटों पर प्लास्टिक के सामानों की बिक्री का लाइसेंस नगर निगम से जारी किया गया है, हालांकि नगर निगम इन्हें यह लाइसेंस फूल-फरोशी के लिया दिया है। पर, इसकी आड़ में दोनों की मिलीभगत से गंगा घाटों पर प्लास्टिक बिक्री का धंधा जोरों पर जारी है। यही हाल स्थाई दुकानों का भी है, जिन्हें खोलने के वक्त लाइसेंस किसी और चीज की बिक्री का लिया गया,लेकिन बेचा कुछ और जा रहा है। स्थानीय प्रशासन और नगर निगम न तो इसके खिलाफ कार्रवाई कर रहा है और न ही एनजीटी के आदेशों को अमल में ला पा रहा है।

'प्लास्टिक और पॉलीथिन पर एनजीटी के रोक के आदेशों पर समय-समय पर कार्रवाई की जाती है पर, लोग इसकी बिक्री और इस्तेमाल से बाज नहीं आ रहे। इसके खिलाफ जल्द फिर अभियान चलाया जायेगा।

विप्रा त्रिवेदी, मुख्य नगर अधिकारी

'प्लास्टिक और पॉलीथिन पर रोक संबंधी एनजीटी के आदेशों पर सख्ती से अमल के लिए सभी को निर्देशित किया गया है। फिर भी इसकी बिक्री लगातार शिकायतें मिल रही हैं, इस मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। एनजीटी के आदेशों पर पूरी तरह अमल किया जाएगा।

एचसी सेमवाल, जिलाधिकारी, हरिद्वार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.