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लोगों पर भारी पड़ेगी लापरवाही

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: रेलवे की अनदेखी के कारण कोई बड़ा हादसा हो सकता है। हरिद्वार- ऋषिकेश -देहरादून

By Edited By: Published: Sun, 30 Aug 2015 12:59 AM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2015 10:43 AM (IST)
लोगों पर भारी पड़ेगी लापरवाही

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: रेलवे की अनदेखी के कारण कोई बड़ा हादसा हो सकता है। हरिद्वार- ऋषिकेश -देहरादून ट्रैक पर रोजाना 50 से अधिक गाड़ियों का अप-डाउन होता है। भीमगोड़ा बैरियर के पास लगभग एक माह से रेलवे पुल का पिलर दरक रहा है। रोजाना गैंग मैन भी ट्रैक की मरम्मत करने के लिए यहां से गुजरते हैं, लेकिन पिलर दरकने की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। इससे भविष्य में कोई भी बड़ी दुर्घटना से इन्कार नहीं किया जा सकता।

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मध्यप्रदेश के हरदा में छह अगस्त को हुए ट्रेन हादसे के बाद भी उत्तरी रेलवे ने कोई सबक नहीं लिया है। इस ट्रेन हादसे में 37 लोगों की मौत व 25 लोग घायल हो गए थे। हालांकि मध्य प्रदेश में यह हादसा ट्रैक पर पानी के अत्याधिक वेग की वजह से हुआ था। पिछले एक माह से भीमगोड़ा रेलवे पुल का पिलर दरक रहा है। पहाड़ नजदीक होने व बारिश के समय पानी रिसने के कारण ही पिलर दरक रहा है। निर्माण विभाग के सीनियर सेक्शन डिपार्टमेंट का कहना है कि साल में दो बार मानसून सत्र से पहले व मानसून सत्र के बाद रेलवे ट्रैक, पुल आदि का निरीक्षण कराया जाता है। विभाग के पास पिलर दरकने जैसे कोई जानकारी हैं। ऐसा है तो मौके पर जाकर पुल की स्थिति को देखा जाएगा।

वहीं पथरी रेलवे स्टेशन के पास से गुजर रही एक अन्य रेलवे ट्रैक की भी स्थिति ठीक नहीं है। यहां भी ट्रैक पर 35-40 कोच की भारी-भरकम माल गाड़ियां माल लेकर गुजरती हैं। इससे कई जगह ट्रैक के जोड़ अधिक खुले हुए हैं तो कहीं दबाव के कारण ट्रैक दब गया है। इस संबंध में पथरी रेलवे स्टेशन अधीक्षक एसके चौधरी से वार्ता करने पर उन्होंने कहा कि अभी रेलवे ट्रैक पर दुर्घटना संभावित कोई खतरा नहीं है। जल्द ही दूसरी लाइन डाल दी जाएगी।

100 वर्ष पुराना है पुल

हरिद्वार-देहरादून रेलवे ट्रैक लगभग 100 वर्ष पुराना है। भीमगोड़ा कुंड के पास रेलवे ने ट्रेन गुजारने के लिए एक पुल बनाया था। पुल का निर्माण अंग्रेजों के शासन काल में हुआ था। उसी समय काली मंदिर के पास से लंबी सुरंग भी बनाई थी। पुल 100 वर्ष पुराना होने के कारण बूढ़ा हो गया है। रेलवे ने ज्वालापुर लाल पुल के 100 वर्ष पूरे होने के बाद उसके पास ही दूसरे पुल का निर्माण तो कर दिया, लेकिन भीमगोड़ा रेलवे पुल दरकने के बाद भी इसका अभी तक संज्ञान नहीं लिया है।

रोजाना गुजरता है 39 ट्रेनों के पेयर

हरिद्वार रेलवे स्टेशन से देहरादून, ऋषिकेश, रायवाला, डोईवाला, हर्रावाला, मोतीचूर आदि के लिए रोजाना 39 ट्रेनों के पेयर का अप-डाउन संचालन होता है। जिसमें हरिद्वार से देहरादून, हरिद्वार से ऋषिकेश आदि के लिए अलग-अलग पेयर में ट्रेनों का संचालन होता है।

पुल पर नहीं बदले गए गार्डर

रेलवे निर्माण विभाग की ओर से भीमगोड़ा पुल पर गाटर बदले जाने थे। पिछले 2 साल से गार्डर पुल के पास ही रखे हैं। हालांकि किसी एजेंसी से कांट्रेक्ट न होने पर गार्डर नहीं बदले गए हैं।

रेलवे में ट्रैक मरम्मत, पुल की मरम्मत, गार्डर बदलने आदि का काम रेलवे निर्माण विभाग के पास है। वहीं इस संबंध में पुल का निरीक्षण कर स्थिति स्पष्ट करेंगे।

एमके ¨सह, स्टेशन अधीक्षक, हरिद्वार


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