एआरटीओ ने चलाया अभियान, 11 वाहन सीज
जागरण संवाददाता, रुड़की: शहर में ई रिक्शा और विक्रम चालकों से ज्यादा किराया लेने की शिकायत पर एआरटीओ
जागरण संवाददाता, रुड़की: शहर में ई रिक्शा और विक्रम चालकों से ज्यादा किराया लेने की शिकायत पर एआरटीओ ने रेलवे स्टेशन पर छापा मारा तो ई रिक्शा संचालकों में हड़कंप मच गया। इसी बीच ई रिक्शा के एक ठेकेदार एआरटीओ पर दबाव बनाने के लिए कोतवाली पहुंचे और मारपीट का आरोप लगाया। इसकी जानकारी एआरटीओ को मिली तो आरोप लगाने वाले कोतवाली से खिसक गए। इस दौरान एआरटीओ ने 11 वाहन सीज किए और 22 वाहनों के चालान काटे।
उच्च न्यायालय ने ई रिक्शा के संचालन पर रोक लगा रखी है। बावजूद इसके रुड़की में ई रिक्शा का संचालन हो रहा है। शुक्रवार की शाम को एआरटीओ सुनील शर्मा को शिकायत मिली कि स्टेशन से ई रिक्शा संचालित हो रही है। एक व्यक्ति ई रिक्शा चालकों को बहला-फुसलाकर रिक्शा चलवाने की बात कह रहा है, साथ ही उनसे वसूली भी की जा रही है। इस पर एआरटीओ ने स्टेशन पर छापा मारा तो रिक्शा चालकों में हड़कंप मच गया और यहां से भाग निकले। इस दौरान एआरटीओ ने चेतावनी दी कि ई रिक्शा पूरी तरह से अवैध हैं। इसी बीच उक्त ठेकेदार 10-15 ई रिक्शा चालकों को साथ लेकर गंगनहर कोतवाली पहुंचा और आरोप लगाया कि एआरटीओ ने उनके साथ मारपीट की है। इसकी जानकारी एआरटीओ को मिली तो वह भी कोतवाली पहुंच गए, तब तक ये लोग यहां से गायब हो गए। एआरटीओ ने बताया कि शाम के समय की गई चेकिंग के दौरान ओवरलोडिंग और कागजात न होने पर 11 वाहनों को सीज कर दिया है। 22 के चालान काटे गए हैं।
शाम होते ही गायब हुए ई रिक्शा
शाम को शहर में एआरटीओ के चेकिंग करने के साथ ही शहर से ई रिक्शा गायब हो गए। चेकिंग के दौरान एक भी ई रिक्शा नहीं मिला।