मुआवजे को चक्कर काटने को मजबूर किसान
संवाद सूत्र, लक्सर: बारिश के कारण बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा पाने को इन दिनों किसान तहसील के चक्कर ल
संवाद सूत्र, लक्सर: बारिश के कारण बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा पाने को इन दिनों किसान तहसील के चक्कर लगा रहे हैं। लगभग दो माह का समय बीतने पर भी प्रशासन अभी तक महज एक चौथाई किसानों को ही मुआवजा दे सका है।
इस वर्ष मार्च व अप्रैल माह में हुई बेमौसम बारिश ने गेहूं समेत अन्य फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया। इसके बाद फसलें नष्ट होने से बर्बादी की कगार तक पहुंचे किसानों के घावों पर मुआवजे का मरहम लगाने का आश्वासन शासन द्वारा दिया गया था। प्रशासन द्वारा सर्वे कराने के बाद 23 हजार प्रभावित किसानों के लिए 8.77 करोड़ रुपये की धनराशि भी डिमांड शासन को भेजी गई थी, लेकिन शासन द्वारा लक्सर तहसील में अभी तक महज दो करोड़ रुपये की धनराशि ही उपलब्ध कराई गई। इससे अभी तक बारिश से प्रभावित 23 हजार किसानों में से महज एक चौथाई किसानों को ही मुआवजा वितरित हो सका है। शेष एक तिहाई किसान मुआवजा पाने के लिए तहसील के चक्कर लगा रहे हैं। स्थानीय किसान राजवीर, विकास, राकेश, कमलकांत, प्रदीप आदि का कहना है कि लंबा इंतजार करने के बावजूद उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिल सका है। जबकि उनकी फसलों का सर्वे भी हो चुका है। तहसीलदार प्रकाश शाह ने बताया कि अभी तक दो करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध हुई है। धन की डिमांड शासन को भेजी गई है। पैसा मिलते ही प्रभावित किसानों को वितरित कराया जाएगा।