स्पेशल कक्षा और किताबों से बढ़ेगा बच्चों का ज्ञान
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पढ़ाई कमजोर बच्चों के लिए शिक्षा विभाग ने नई कवायद शुरू की है। इसके तहत व
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पढ़ाई कमजोर बच्चों के लिए शिक्षा विभाग ने नई कवायद शुरू की है। इसके तहत विभाग ऐसे बच्चों के लिए स्पेशल कक्षा के साथ ही विशेष पुस्तकों की व्यवस्था करेगा।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के लागू होने के बाद 6 साल से 14 साल के बच्चों की शिक्षा को अनिवार्य किया है। साथ ही पढ़ने में कमजोर बच्चों को फेल करने की प्रथा भी समाप्त हो गई है। इसलिए जब पढ़ने में कमजोर छात्र अगली कक्षा में प्रमोट किया जाता है, तो अगली कक्षा में उनके सामने परेशानी आती है। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। बीते दो वर्षों में शिक्षा विभाग की ओर से हुए सर्वे में उन्हें मिला है कि पढ़ाई में कमजोर छात्रों को अगली कक्षा में तो प्रवेश आसानी से मिल रहा है, लेकिन मानसिक रूप से ऐसे छात्र अगली कक्षा के लिए तैयार नहीं होते हैं। इससे ऐसे बच्चों की पढ़ाई के स्तर में सुधार नहीं आ पा रहा है। यह रिपोर्ट जब राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के पास गई तो एनसीईआरटी ने निर्देश दिए कि ऐसे बच्चों के मानसिक स्तर को बढ़ाया जाए। ऐसे बच्चों को अतिरिक्त पठन-पाठन सामग्री दी जाए। इसमें चित्रों में माध्यम से अधिक से अधिक चीजों को बताया जाय। कक्षा का माहौल ऐसा बनाया जाए की बच्चे पढ़ाई को खेल-खेल में लें। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके व्यवस्था को लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है। हरिद्वार के मुख्य शिक्षा अधिकारी अजय नौडियाल ने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने में कमजोर छात्रों के मानसिक स्तर को बढ़ने के लिए एनसीईआरटी के निर्देश पर विशेष कक्षाएं तथा बच्चों के लिए खास पठन पाठन सामग्री उपलब्ध कराने की कवायद की जा रही है।