फसल के सर्वे को भटकने को मजबूर किसान
संवाद सूत्र, मंगलौर: क्षेत्र के किसान बारिश से खराब हुई गेहूं की फसल का सर्वे कराने को भटक रहे हैं।
संवाद सूत्र, मंगलौर: क्षेत्र के किसान बारिश से खराब हुई गेहूं की फसल का सर्वे कराने को भटक रहे हैं। क्षेत्र के लेखपाल ग्रामीणों को हलके में ढूंढे नहीं मिल रहा। किसानों का कहना है कि जब उनकी फसल का सर्वे ही नहीं किया गया तो उन्हें मुआवजा कैसे मिलेगा।
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की गेहूं की फसल को तहस-नहस कर दिया है। क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा देने के लिये सरकार ने लेखपाल और अन्य अधिकारियों को समय से सर्वे करने के कहा है। कुछ किसानों को सरकार ने मुआवजे के नाम पर चेक भी वितरित करने शुरू कर दिये हैं लेकिन क्षेत्र के कई किसान ऐसे हैं जिनकी फसल का आज तक सर्वे के लिये कोई उनके खेत तक नहीं पहुंचा है। भरतपुर के किसान सूरजमल, राजेंद्र, नीरज और ग्राम लिब्बरहेड़ी के किसान सुकरमपाल, चंद्रपाल आदि का कहना है कि उनके खेत ग्राम खुंडी और कुलचंदी के जंगलों में है। उनकी गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। आरोप है कि उनके खेतों का सर्वे करने के लिये कोई अभी तक नहीं पहुंचा है। खेत में लेखपाल के आने के इंतजार में ही उनका पूरा दिन बीत रहा है। किसान सुकरमपाल ने बताया कि जब अभी तक उनके खेतों का सर्वे ही नहीं हुआ है तो उन्हें मुआवजा कैसे मिलेगा इस पर संशय है।