640 लोगों से पूछताछ, फिर भी हाथ खाली
जागरण संवाददाता, रुड़की: कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के साउथ सिविल लाइंस में 9 फरवरी को हुए ऋषभ हत्या
जागरण संवाददाता, रुड़की: कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के साउथ सिविल लाइंस में 9 फरवरी को हुए ऋषभ हत्याकांड ने पुलिस अधिकारियों की परेशानी बढ़ा दी है। इस हत्याकांड में 15 अप्रैल तक पुलिस 460 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। 26 हजार कॉल डिटेल की छानबीन कर चुकी है लेकिन कोई ऐसा सुराग नहीं मिला है, जिससे हत्याकांड के खुलासे की उम्मीद जग सके।
कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के साउथ सिविल लाइंस में 9 फरवरी को ट्रांसपोर्ट के बेटे ऋषभ की गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के खुलासे के लिए कोतवाली सिविल लाइंस पुलिस के अलावा एसओजी लगी हुई है। कोतवाली सिविल के एक साइबर एक्सपर्ट पुलिसकर्मी को तो रात दिन ऋषभ के मोबाइल के अलावा उस दिन घटना के समय आसपास एक्टीवेट रहे मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकालने पर ही लगाया गया है। अब तक 26 हजार कॉल डिटेल की पुलिस छानबीन कर चुकी है। काल डिटेल खंगालने का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। मुजफ्फरनगर के पुरकाजी, भोपा के अलावा बिजनौर, दिल्ली समेत कई जगह के 640 लोगों से पुलिस ऋषभ हत्याकांड में पूछताछ कर चुकी है लेकिन नतीजा सिफर रहा है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक वीडी उनियाल ने स्वीकार किया कि यह हत्याकांड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है।
एसएसपी ने तलब की थी रिपोर्ट
दो दिन पहले इस हत्याकांड में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वीटी अग्रवाल ने भी रिपोर्ट तलब की थी। प्रगति न होने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए हत्याकांड के जल्द खुलासे के निर्देश दिए थे।