जनपद में अब विटामिन ए का टोटा
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: जनपद में पिछले तीन माह से विटामिन ए उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। एएनएम सेंटर
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: जनपद में पिछले तीन माह से विटामिन ए उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। एएनएम सेंटरों पर बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलवाने पहुंच रहे लोगों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। बच्चों को समय से विटामिन ए न मिलने के कारण बच्चों में अंधापन सहित विभिन्न बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।
आयरन की गोलियों के बाद अब जनपद में विटामिन ए का टोटा पड़ गया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार पिछली बार विटामिन ए की एक हजार बोतलों (100 एमएल) की खरीद सितंबर में की थी, जबकि जनपद की हर माह पांच सौ से अधिक बोतलों की खपत होती है। नतीजतन पिछले तीन माह से एएनएम सेंटरों को विटामिन ए उपलब्ध नहीं कराया है। विभाग की इस लापरवाही के चलते जहां अभिभावकों की जेब निजी अस्पतालों में कट रही है, वहीं बच्चों पर कई तरह की जानलेवा बीमारियों का संकट भी गहरा होता जा रहा है।
गौरतलब है कि नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को हर छह माह के अंतराल पर विटामिन ए की खुराक पिलाई जाती है। जनपद में इस उम्र के लगभग दो लाख बच्चे हैं। यह विटामिन सभी एएनएम सेंटरों के माध्यम से निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है।
विटामिन ए से ये हैं फायदे
विटामिन ए बच्चों को रतौंधी, अंधता सहित आंखों की विभिन्न बीमारियों से बचाता है। इसके अलावा, यह बच्चों की आंतों में सुरक्षा कवच बनाता है और उन्हें कई तरह के इंफेक्शन से दूर रखता है। डॉक्टरों के अनुसार नौ माह के शिशु में कई बार खसरा की शिकायत भी होती है। विटामिन ए बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर उन्हें इस बीमारी को दूर रखता है। इसके अलावा भी इसके कई फायदे होते हैं।
आयरन का स्टॉक भी बार्डर पर
कुछ माह पूर्व जनपद में आयरन की गोलियों को लेकर भी हाहाकार मचा था। वर्तमान में भी आयरन की गोलियों का स्टॉक भी खत्म होने की कगार पर है।
पहले इनकी सप्लाई सीधे शासन से होती थी। पर अब इन्हें स्थानीय स्तर पर खरीदा जा रहा है। कुछ दवा खरीदी जा चुकी है और कुछ का इंडेंट भेजा जा चुका है। जल्द ही एएनएम सेंटरों पर भी उपलब्ध करा दी जाएगी।
डॉ. सुषमा गुप्ता, सीएमओ, हरिद्वार