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सरकार को है बेटियों की चिंता

जागरण संवाददाता, रुड़की: लगातार घटते बेटियों की संख्या पर राज्य सरकार चिंतित नजर आ रही है। सरकार ने स

By Edited By: Published: Thu, 29 Jan 2015 05:29 PM (IST)Updated: Thu, 29 Jan 2015 05:29 PM (IST)
सरकार को है बेटियों की चिंता

जागरण संवाददाता, रुड़की: लगातार घटते बेटियों की संख्या पर राज्य सरकार चिंतित नजर आ रही है। सरकार ने सीएमओ से जिले में बेटा-बेटियों का ब्योरा मांगा है। नगर निकाय रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं।

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देश में लगातार बेटे के अनुपात में बेटियों का ग्राफ गिरता जा रहा है। हरिद्वार में स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट भी इसकी पुष्टि कर चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक हरिद्वार में एक हजार पुरुष के अनुपात में 855 महिलाएं हैं, जबकि शून्य से छह साल में एक हजार बेटे व 869 बेटियां हैं। इस रिपोर्ट से सरकार भी चिंतित नजर आ रही है। शासन ने सीएमओ हरिद्वार से बेटा-बेटियों की रिपोर्ट मांगी है, जिस पर सीएमओ ने नगर निगम रुड़की को पत्र जारी कर बेटा-बेटी का ब्यौरा तैयार कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश जारी किए हैं। रजिस्ट्रार सतीश कुमार ने बताया कि पहली बार सीएमओ कार्यालय से रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट तैयार करने में कर्मचारी जुटे हैं। जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर सीएमओ को भेजी जाएगी। एसीएमओ केसी ठाकुर ने बताया कि पिथौरागढ़ व हरिद्वार में बेटे के अनुपात में बेटियां कम हैं। इस वर्ष आंकड़ा बढ़ा है। बताया कि भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक कुरीतियों को लेकर लोगों में जागरुकता दिखी है, जबकि कुछ क्षेत्रों में जनजागरुकता होना बाकी है। बेटियां भी बेटे से कम नहीं है। इस ओर आमजन को जागरूक होना होगा।


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