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..तो इस प्री-बोर्ड परीक्षा का क्या लाभ

जागरण संवाददाता, रुड़की: सीबीएसई पैटर्न अपनाने के बाद बोर्ड तो एक दिन में एक ही पेपर करा रहा है, लेकि

By Edited By: Published: Wed, 28 Jan 2015 06:55 PM (IST)Updated: Wed, 28 Jan 2015 06:55 PM (IST)

जागरण संवाददाता, रुड़की: सीबीएसई पैटर्न अपनाने के बाद बोर्ड तो एक दिन में एक ही पेपर करा रहा है, लेकिन शिक्षा विभाग प्री-बोर्ड परीक्षाओं में एक दिन में दो पेपर करा रहा है। ऐसे में इस प्री-बोर्ड परीक्षा का कोई खास लाभ छात्रों को नहीं मिल पाएगा।

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उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की ओर से निर्देश दिए थे कि सभी स्कूल को निर्देश दिए है कि वह जनवरी के पहले सप्ताह या फरवरी में प्री-बोर्ड परीक्षाओं को कराकर कापियों का मूल्यांकन कर लें, मूल्यांकन के बाद कमजोर छात्रों के लिए उपचारात्मक कक्षाओं का संचालन किया जाए लेकिन जिले में प्री-बोर्ड परीक्षाओं को लेकर स्कूल ही गंभीर नहीं है। सूत्रों की मानें तो कई स्कूलों ने तो गणित, विज्ञान को छोड़कर अंग्रेजी एवं हिन्दी का पेपर एक ही दिन में करा दिया। जबकि बोर्ड की ओर से स्पष्ट निर्देश है कि बोर्ड के पैटर्न के अनुसार ही एक दिन में एक ही पेपर होगा। बोर्ड की ओर से तो पेपर का नमूना भी इंटरनेट पर डाला गया है ताकि उसके आधार पर पेपर तैयार कराया जाए।

यह होता है लाभ

प्री-बोर्ड परीक्षा छात्रों के हित में है। शिक्षा विभाग के पूर्व ज्वाइंट डायरेक्टर आरपी सिंह ने बताया कि प्री-बोर्ड परीक्षा से छात्र को जहां प्रश्नों के उत्तर लिखने का पैटर्न पता चल जाता है, साथ ही परीक्षा से बीस दिन या एक महीना पहले ही उसका रिवीजन हो जाता है, इससे बोर्ड परीक्षा में छात्र को काफी लाभ मिलता है।

'प्री-बोर्ड भले ही स्कूल स्तर पर हो रही है लेकिन स्कूलों को चाहिए कि वह बोर्ड स्कीम के अनुसार ही एक दिन में एक ही पेपर कराए, यदि एक दिन में दो पेपर हो रहे हैं, तो यह गलत है।'

डॉ. डीके मथेला सचिव उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद


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