अघोषित बिजली कटौती से परेशानी बढ़ी
संवाद सहयोगी, रुड़की: बिजली आने व जाने का कोई समय निर्धारित न होने से लोग परेशान हैं। अक्सर शाम के
संवाद सहयोगी, रुड़की:
बिजली आने व जाने का कोई समय निर्धारित न होने से लोग परेशान हैं। अक्सर शाम के समय बिजली गुल होने से लोगों की दिक्कतें बढ़ रही है। ग्रामीण अंचल में भी अघोषित बिजली कटौती से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है।
पिछले कुछ समय से शहर व देहात में अघोषित बिजली कटौती हो रही है। कभी सुबह तो कभी दोपहर और अब कई दिन से शाम को अचानक कई-कई घंटे बिजली गुल हो रही है। इससे लोग परेशान हैं। शाम के समय बिजली गायब होते ही बाजार में तो अव्यवस्था ही उत्पन्न हो जाती है। गुरूवार को बोट क्लब- आइआइटी रोड के समीप की बस्तियों के अलावा रुड़की चौराहे की बिजली गुल रही। जिससे दुकानदारों को जेनरेटर चलाकर दुकानों व शोरूम में रोशनी करनी पड़ी। हरिद्वार रोड पर भी घंटों तक अंधेरा छाया रहा। वहीं, लोगों का कहना है कि शाम के समय बिजली गुल होने से शहर की पेयजल आपूर्ति पर भी प्रभाव पड़ रहा है। दरअसल, शाम के समय शहर की बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं रहती है तो जलसंस्थान के ट्यूबवेल नहीं चल पाते हैं और इस कारण टंकी से पर्याप्त समय पानी नहीं मिल पाता। ग्रामीण अंचल में भी बिजली आने जाने का कोई समय निर्धारित नहीं है। कस्बों में आटा चक्की, सरसों की पेराई मशीन व अन्य लघु उद्योग प्रभावित हो रहे हैं। कभी दिन में तीन बार तो कभी चार बार बिजली चली जाती है। रात को भी बिजली आने व जाने का क्रम चलता रहता है। इससे कोल्हू में गन्ने की पेराई भी कम हो पा रही है। क्योंकि अधिकतर कोल्हू बिजली मोटर से संचालित हो रहे हैं। भगवानपुर, मंगलौर, पिरान कलियर, नारसन, लंढौरा, धनौरी, बुग्गावाला क्षेत्र में लोगों की बिजली कटौती अधिक होने से दिनचर्या प्रभावित हो रही है। ऊर्जा निगम के डीजीएम एमएल प्रसाद भी स्वीकारते हैं कि समस्या आ रही है। कोशिश है कि कम कटौती करें।