पहले परमिट फिर होगा बस संचालन
जागरण संवाददाता, रुड़की: उत्तराखंड परिवहन निगम की विभिन्न डिपो में अब परमिट लेने को सरगर्मियां तेज
जागरण संवाददाता, रुड़की:
उत्तराखंड परिवहन निगम की विभिन्न डिपो में अब परमिट लेने को सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बड़ी संख्या में परमिट के लिए परिवहन आयुक्त को प्रार्थना पत्र भेजे गए हैं। परमिट मिलने के बाद ही यूपी से बसों के संचालन को लेकर अनुमति मांगी जाएगी।
पिछले माह बस संचालन को लेकर यूपी और उत्तराखंड के बीच विवाद हो गया था, जिसके चलते यूपी ने जगह-जगह उत्तराखंड परिवहन निगम की 72 बसों को सीज कर दिया था। सीएम एवं परिवहन मंत्री के हस्तक्षेप के बाद इन बसों को छोड़ा गया, तब पाया कि उत्तराखंड परिवहन निगम की अधिकांश बसों के पास परमिट ही नहीं हैं, जिस पर शासन ने कड़ी नाराजगी जताई थी। साथ ही शासन ने परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वह विवाद को सुलझाते हुए बसों का संचालन सुचारू रूप से करें। इसके बाद रुड़की, हरिद्वार, ऋषिकेश आदि डिपो से परिवहन आयुक्त के पास बड़ी संख्या में बसों के परमिट के लिए आवेदन किया गया है। सूत्रों की मानें तो अधिकांश बसें ऐसी हैं, जिनके पास लंबे समय से परमिट ही नहीं हैं। परिवहन आयुक्त से परमिट मिलने के बाद यूपी से बसों के संचालन को अनुमति मांगी जाएगी।
आसान नहीं यूपी से समझौता
अभी तक यूपी और उत्तराखंड के बीच इस बात को लेकर सहमति नहीं बन पाई है कि यूपी किस समय कितनी बसों को उत्तराखंड में भेजेगा। अभी तक व्यवस्था पुराने ढर्रे पर ही चल रही है। सूत्रों की मानें तो हरिद्वार और देहरादून में अभी भी यूपी मानक से अधिक बसों को भेज रहा है।
'इस समय बसों के परमिट लेने की प्रक्रिया चल रही है। परमिट मिलने के बाद यूपी के अधिकारियों के साथ बैठक कर समझौता किया जाएगा, ताकि बस संचालन को लेकर कोई विवाद न हो।'
बीके संत, प्रबंध निदेशक, परिवहन निगम, उत्तराखंड