कांवड़ के रंग में रंगी कुंभनगरी
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: कांवड़ मेले के रंग में कुंभनगरी पूरी तरह डूबी रही। हरकी पैड़ी से लेकर हाईवे और हरिद्वार के अलग-अलग क्षेत्रों में बम-बम भोले की गूंज है। लाखों की संख्या में कांवड़िये हरकी पैड़ी पहुंचे। अंतिम समय तक भी कांवड़ियों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा।
कांवड़ मेले के शुरुआत से ही इस बार कांवड़ियों का जोर रहा है। पैदल कांवड़ से शुरू हुआ कांवड़ मेला गुरुवार को अपने परम वैभव की ओर पहुंच गया। हरिद्वार में सब जगह बस भोले-भोले की ही गूंज है। धर्मनगरी की हृदय स्थली हरकी पैड़ी पर हर ओर गेरुआ वस्त्रों में बस कांवड़िये ही कांवड़िये नजर आ रहे हैं। हरकी पैड़ी से जल लेकर कांवड़िये अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं।
शुक्रवार को श्रावण मास की शिवरात्रि पर शिवभक्त अपने क्षेत्रों में पहुंचकर जलाभिषेक करेंगे। भागवान आशुतोष की ससुराल कनखल से लेकर यात्री बाहुल्य इलाके तक में बस भोले ही हैं। कांवड़ यात्रा के अपने अंतिम चरण तक पहुंचते ही धर्म नगरी में धर्म व अध्यात्म का रिश्ता भी गहरा गया है। शुक्रवार को भी हरिद्वार में कांवड़िये रहेंगे। हरिद्वार के ग्रामीण व आसपास के जिलों से शिवभक्त हरिद्वार पहुंचेंगे। यहां के विभिन्न मंदिरों के दर्शन के बाद वे गंगा जल लेकर अपने क्षेत्रों के प्रमुख शिव मंदिरों में जलाभिषेक करेंगे।