पिता की डांट से क्षुब्ध युवक सहरद पार कर पहुंचा यहां, पढ़ें..
घरवालों की डांट पर अक्सर बच्चे घंटों मुंह फूला कर बैठ जाते हैं। कई बार बच्चों के पिता या मां के डांट के बाद घर छोड़ने की खबरें भी आती रहती हैं।
देहरादून। घरवालों की डांट पर अक्सर बच्चे घंटों मुंह फूला कर बैठ जाते हैं। कई बार बच्चों के पिता या मां के डांट के बाद घर छोड़ने की खबरें भी आती रहती हैं। मगर मूक-बधिर होने का नाटक करने वाला बांग्लोदशी युवक ने पिता की डांट पर पूरा देश ही छोड़ने का ख्याल घर गर गया। पिता की डांट का युवक इतना नाराज हो गया वो बांग्लादेश की सरहद पार कर भारत आ गया।
यह युवक सात दिन पहले प्रेमनगर क्षेत्र के धौलास गांव में मिला था। तब उसे नाबालिग और मूक-बधिर समझा जा रहा था। हरिद्वार बाल सुधार गृह में उसकी हरकतों से उसे पाकिस्तानी समझा गया। मगर पुलिस की सोच के मुताबिक सब कुछ उल्टा हुआ। युवक नहीं नाबालिग है और नहीं मूक-बधिर।
21 वर्षीय युवक ने पुलिस को अपना नाम मोहम्मद जुबैर पुत्र मोहम्मद अय्यूब, निवासी इन सद्दा, अख्तर बीबीहाट, जिला-फैनी, बांग्लादेश बताया। इस बीच उसने अपने अतीत के पन्ने खोले। उसने बताया कि वह एक साल पहले चोरी-छुपे बॉर्डर से भारत आ गया था। पिता की डांट से खफा होकर उसने यह कदम उठाया। एक साल वह कोलकाता में रहा, इसके बाद 12 दिन पहले वह देहरादून पहुंचा।
उसने बताया कि वह यहां की भाषा नहीं जानता, इस वजह से उसने लोगों से बात करने से बचने के लिए मूक-बधिर का नाटक रचा। वहीं युवक के विरुद्ध प्रेमनगर थाना में मुकदमा दर्ज कर उसे मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस अधीक्षक नगर अजय सिंह के अनुसार युवक के परिजनों से बात की गई, जिसमें उन्होंने जुबैर को मानसिक बीमार बताया।
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