साहिया चिकित्सालय में ग्रामीणों ने की तालाबंदी, बाजार किया बंद
साहिया में पीपीपी मोड पर संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की कमी व सुविधाओं के अभाव पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने चिकित्सालय में तालाबंदी की। साथ ही बाजार बंद करा दिया। इस दौरान सड़क पर जाम भी लगाया।
विकासनगर (देहरादून)। साहिया में पीपीपी मोड पर संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की कमी व सुविधाओं के अभाव पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने चिकित्सालय में तालाबंदी की। साथ ही बाजार बंद करा दिया। इस दौरान सड़क पर जाम भी लगाया।
साहिया में राजभरा मेडिकेयर कंपनी की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पीपीपी मोड पर संचालित किया जा रहा है। यहां सात जनवरी के बाद से स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर न आने से ग्रामीणों ने आज विरोध स्वरूप साहिया का बाजार पूरी तरह से बंद रखा गया।
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ग्रामीणों का कहना है कि साहिया सीएचसी में चिकित्सक व स्टाफ की स्थायी नियुक्ति नहीं की गई। इस दौरान जौनसार बावर की लाइफ लाइन कालसी चकराता मोटर मार्ग पर चक्का जाम भी किया गया। साथ ही आक्रोशित लोगों ने सीएचसी में तालाबंदी करने के साथ ही सीएमएस डॉ. संजीव दत्त का घेराव भी किया।
चक्का जाम के चलते पर्यटक चकराता नहीं पहुंच पाए। कई दर्जन वाहन जाम में फंसे गए। कालसी चकराता मोटर मार्ग पर साहिया में जाम के कारण दोनों तरफ वाहनों की कतारें लगी रहीं।
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बता दें कि सीएचसी साहिया में सात जनवरी से पहले तक 42 चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ तैनात थे। इसके चलते दो सौ गांवों के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने लगी। कंपनी की ओर से समय पर मानदेय न देने के कारण चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ कार्य बहिष्कार पर चला गया। इससे स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर गई।
प्रदर्शनकारियों में नेवी प्रधान मोहन लाल शर्मा, उत्पाल्टा प्रधान सतपाल राय, व्यापार मंडल अध्यक्ष विनोद भसीन, भीमदत्त वर्मा, जौनसार बावर महासभा अध्यक्ष मुन्ना राणा, प्रधान सुरेंद्र पंवार, गोपाल चौहान, बीडीसी दीवान सिंह तोमर आदि शामिल रहे।
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