ग्रामीणों ने उठाया अवैध खनन रोकने का बीड़ा
संवाद सूत्र, डोईवाला: दूधली घाटी की सुसवा नदी क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन से ग्रामीणों का रोष बढ़ता
संवाद सूत्र, डोईवाला: दूधली घाटी की सुसवा नदी क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन से ग्रामीणों का रोष बढ़ता ही जा रहा है। प्रशासन अवैध खनन रोक पाने में नाकाम साबित हो रहा है। अब ग्रामीणों ने खुद ही अवैध खनन रोकने का बीड़ा उठाया है। इस क्रम में गुरुवार को ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर गांव में जुलूस निकाला। साथ ही चेतावनी दी अगर अवैध खनन नहीं रुका तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
दूधली घाटी के बड़कली, नांग्ल ज्वालापुर, सिमलासग्रांट, झड़ौद क्षेत्र में लगातार अवैध खनन हो रहा है। राजाजी नेशनल पार्क और लच्छीवाला वन रेंज के अंतर्गत पड़ने वाली सुसवा नदी में तो दिनरात अवैध खनन का कारोबार चल रहा है। इससे ग्रामीणों का जनजीवन प्रभावित हो रहा है। अवैध खनन की सामग्री चोरी छिपे देहरादून तक पहुंच रही है, वहीं प्रतिदिन सरकार को लाखों का चूना लग रहा है। नदियों का अस्तित्व भी खतरे में है। दूधली घाटी क्षेत्र में अवैध खनन की सामग्री का राजकीय विकास कार्यो, पुश्ता, बाढ़ सुरक्षा, नहरों, पुलों के निर्माण में भी प्रयोग हो रहा है। इससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने आंदोलन का बिगुल फूंका है। सिमलासग्रांट की प्रधान गीता देवी ने बताया कि झड़ौद, सिमलासग्रांट क्षेत्र में अवैध खनन से भरे वाहनों से रात दिन दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। मार्ग पर एक प्राइमरी स्कूल भी है। इसके चलते बच्चों की जान को हमेशा खतरा बना रहता है, लेकिन प्रशासन की निष्क्रियता और जिम्मेदार अधिकारियों के उपेक्षित रवैये से अवैध खनन पर अंकुश नहीं लग रहा है। उप प्रधान राम सिंह वोरा, पुष्कर सिंह वोरा, दीवान सिंह ने बताया कि दिनरात गांव में दौड़ते वाहनों के चलते सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसके खिलाफ ग्रामीणों ने गुरुवार को इलाके में बैनर लगाकर विरोध प्रदर्शन भी किया है। उधर, कुंदन सिंह चौहान, पूरन सिंह वोरा, गोविंद सिंह वोरा ने चेतावनी दी कि अगर स्थानीय प्रशासन ने इस दिशा में कार्रवाई नहीं की तो ग्रामीण आंदोलन करेंगे।